होटल के लिए कत्ल कर दिए हरे-भरे पेड़

शिमला। जुन्गा कोटी रेंज में एक होटल के निर्माण के लिए कई हरे-भरे पेड़ों के कत्ल का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता स्थानीय चमनलाल का दावा है कि वन महकमे में शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। वन महकमे के जिम्मेदार अफसरों ने घटनास्थल का दौरा करने की जरूरत भी नहीं समझी। इसके पीछे की वजह जो भी रही हो, पेड़ कटान के कुछ दिन बाद प्लाट तक रातोंरात सड़क भी बना दी गई। यह सड़क वन भूमि से होते हुए गई है। शिकायतकर्ता का कहना है कि अगर वन महकमा समय रहते कार्रवाई करता तो सड़क भी नहीं बनती। आखिर वन महकमे की चुप्पी का क्या राज रहा, इस पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
चमनलाल का कहना है कि यहां एक बाहर की पार्टी होटल बना रही है। इसके निर्माण के लिए पेड़ काटे गए। ग्यारह फरवरी को अरण्यपाल (कंजरवेटर) को शिकायत कर दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोपी पक्ष ने 24 फरवरी की रात को जेसीबी चलाकर अपने प्लाट तक सड़क तक निकाल दी। पेड़ों के ठूंठ मिट्टी के नीचे दबा दिए हैं। जेसीबी वन भूमि पर भी चली है लेकिन महकमा अभी तक अनजान पड़ा है।

क्या कहते हैं अरण्यपाल
अरण्यपाल केएस ठाकुर ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली थी। इस पर तत्काल डीएफओ शिमला को कार्रवाई करने के लिए कहा था। इसके बाद वह किसी कार्य से बाहर चले गए थे। बुधवार को लौटेंगे। इस बारे में क्या कार्रवाई की गई, पता लगाया जाएगा।

लिखित में मांगी है रिपोर्ट
डीएफओ शिमला वीके शर्मा ने कहा कि इलाके के रेंजर को निर्देश दिए गए हैं कि बुधवार तक मौके का मुआयना कर रिपोर्ट दी जाए। कहीं अगर किसी तरह की खामी पाई जाती है तो नियम के मुताबिक कार्रवाई होगी।

Related posts