
केलांग। घाटी में बर्फ के बीच फंसे मरीजों और स्कूली बच्चों के लिए हेलीकाप्टर देवदूत बनकर आया। बुधवार को मौसम खुलने पर हेलीकाप्टर ने स्पीति के काजा और लाहौल के स्तिंगरी-उदयपुर हेलीपेड के लिए दो उड़ानें भरीं। इन उड़ानों से काजा में फंसे एक दर्जन से अधिक स्कूली बच्चों समेत मडग्रां की एक गंभीर बीमार महिला मरीज को कुल्लू लिफ्ट किया।
50 साल की कमला एक सप्ताह से उदयपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल थीं। वहीं देहरादून समेत मसूरी में अध्ययनरत स्पीति घाटी के बच्चे भी कई दिन से हेलीकाप्टर का इंतजार कर रहे थे। बुधवार को इन्हें भी राहत मिल गई। उदयपुर पंचायत के उपप्रधान राजू ठाकुर ने बताया कि उन्होंने बीमार महिला के संदर्भ में डीसी वीर सिंह ठाकुर को सूचना दी थी। इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए डीसी ने जीएडी और जनजातीय विकास विभाग से हेलीकाप्टर की मांग की थी। बुधवार को स्तिंगरी की उड़ान से महिला को कुल्लू पहुंचाया गया।
कुल्लू में तैनात उड़ान समिति के सह प्रभारी शेर लाल ने बताया कि काजा से स्कूली बच्चों समेत 21 यात्रियों को भुंतर पहुंचाया है। स्तिंगरी से 18 यात्रियों को लिफ्ट करने के बाद हेलीकाप्टर ने उदयुपर से बीमार महिला को कुल्लू पहुंचाया है। डीसी वीर सिंह ने बताया कि घाटी के विभिन्न हेलीपेडों में फंसे मरीजों और जरूरतमंद लोगाें को हेलीकाप्टर सेवा मुहैया करवाने के लिए प्रशासन के साथ ही राज्य सरकार प्रयासरत है।