
नई दिल्ली: केंद्रीय सतर्कता आयोग रक्षा मंत्रालय के मुख्य सतर्कता अधिकारी को 3,600 करोड़ रुपए के हेलिकॉप्टर सौदे में कथित अनियमितता संबंधी शिकायत की जांच रपट सौंपने में देरी के लिए तलब कर सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भ्रष्टाचार संबंधी मामले की निगरानी करने वाली संस्था को शिकायत मिली और इसे सतर्कता अधिकारी के पास भेजा गया जो आवश्यक कार्रवाई के लिए सीवीसी की दूरस्थ शाखा के तौर पर काम करता है। उन्होंने कहा कि छह महीने हो चुके हैं लेकिन आयोग को उक्त अधिकारी से अंतिम रपट नहीं मिली है।
मुख्य सतर्कता अधिकारी को स्पष्टीकरण देने या देरी की वजह बताने के लिए आयोग के सामने उपस्थित होने के लिए बुलाया जा सकता है। मुख्य सतर्कता अधिकारी को एक रपट तैयार करने या उनके पास भेजी गई भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत पर आवश्यक कार्रवाई करने में अधिकतम चार महीने लगते हैं। सूत्रों ने हालांकि, शिकायतकर्त्ता का नाम या फिर शिकायत के ब्यौरे के बारे में कुछ नहीं बताया।