

इस संबंध में कार्मिक विभाग ने एक आदेश जारी कर दिया है। आदेश में स्पष्ट है कि लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए दफ्तर आने वाले कर्मचारियों की टाइमिंग में भी जरूरत के अनुसार बदलाव होगा। सरकार के इस आदेश के बाद दो लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों के अलावा करीब पांच लाख दैनिक भोगी, पार्टटाइम, अनुबंध और आउटसोर्स कर्मियों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा यदि जरूरत पड़ती है तो कर्मचारियों को जरूरी काम के समय कभी भी बुलाया जा सकता है।
इन विभागों पर भी लागू रहेंगे आदेश
सरकार के ये आदेश आपातकालीन-अनिवार्य सेवाओं वाले विभागों के स्टाफ और उनके ड्यूटी के घंटों पर भी लागू रहेंगे। आदेशों के तहत शिफ्ट और काम करने के घंटों में बदलाव किया जाएगा। सरकार के ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू माने जाएंगे।
तीन दिन पूरी तरह बंद रहेंगे सभी सरकारी कार्यालय

घरों में ही रहेंगे 9 मार्च के बाद विदेश से आए लोग
आदेश के अनुसार नौ मार्च या उसके बाद विदेश से आए सभी लोगों को सख्ती के साथ घरों में ही रहने को कहा है। ऐसे लोगों को जिला सर्विलांस अफसर या 104 पर कॉल कर अपने आने की सूचना दर्ज करानी होगी। ऐसा न करने पर कानूनी कार्रवाई होगी।
सरकारी वाहनों की मूवमेंट पर नहीं रहेगी रोक
गगल में 31 मार्च तक भी विमान सेवाएं बंद
कांगड़ा में लॉकडाउन के चलते गगल एयरपोर्ट पर सभी विमान सेवाएं 31 मार्च तक बंद कर दी गई हैं। इस स्थिति में केवल आपातकालीन सेवाएं ही रहेंगी। कोरोना वायरस के चलते एयरपोर्ट में कर्मचारियों की संख्या भी 35 से 10 कर दी गई है। एयरपोर्ट के निदेशक किशोर शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण गगल आने वाली सभी विमान सेवाओं को बंद कर दिया गया है।
सरकारी वाहनों की मूवमेंट पर नहीं रहेगी रोक
गगल में 31 मार्च तक भी विमान सेवाएं बंद
कांगड़ा में लॉकडाउन के चलते गगल एयरपोर्ट पर सभी विमान सेवाएं 31 मार्च तक बंद कर दी गई हैं। इस स्थिति में केवल आपातकालीन सेवाएं ही रहेंगी। कोरोना वायरस के चलते एयरपोर्ट में कर्मचारियों की संख्या भी 35 से 10 कर दी गई है। एयरपोर्ट के निदेशक किशोर शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण गगल आने वाली सभी विमान सेवाओं को बंद कर दिया गया है।
अचानक लॉकडाउन से परेशान होते दिखे लोग
वे सड़कों को खाली करने को लेकर सक्रिय रहे। कई लोगों का मानना था कि इस बारे में सरकार को पहले ही सूचित कर देना चाहिए था। कम से कम एक दिन पहले इस तरह की सूचना का देना जरूरी था। अचानक इस तरह से लॉकडाउन से लोग परेशान हुए हैं।
सदन में विधायक भी बोले, हमें अपने हलकों में पहुंचने दें
सोमवार को सदन में विपक्ष के विधायकों ने भी मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि लॉकडाउन में इस तरह की व्यवस्था करें कि वे अपने-अपने हलकों में पहुंच पाएं।