बनबसा। बिजली उत्पादन के लिए निहायत जरूरी एनएचपीसी का पावर चैनल लोगों के लिए खतरा भी बन चुका है। कई लोग पावर चैनल में डूबने से मौत के शिकार हो चुके हैं। वहीं कुछ लोग चैनल में कूदकर आत्महत्या भी कर चुके हैं।
देश की विद्युत जरूरतों को पूरा करने में सहयोग देने वाले एनएचपीसी के 120 मेगावाट क्षमता के टनकपुर पावर स्टेशन के पावर चैनल में डूबने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। डूबने की अधिकतर घटनाएं फोरवे के निकट हुई हैं। पावर चैनल की गहराई और पानी के तीव्र वेग का अंदाजा न होने से ही लोग पावर चैनल की भेंट चढ़ गए। एनएचपीसी सूत्रों के अनुसार पावर चैनल का फोरवे सबसे गहरा है, जहां पानी की गहराई 14 से 18 मीटर होती है। ऊपर से पानी ठहरा सा दिखाई देने से भ्रमवश अनजान लोग जान जोखिम में डाल पानी पीने और मुंह-हाथ धोने को पावर चैनल में चले जाते हैं। एनएचपीसी प्रशासन ने पावर चैनल की गहराई और तेज बहाव की बाबत जगह-जगह सूचनाएं अंकित की हैं। बताया गया कि पावर चैनल क्षेत्र एनएचपीसी प्रशासन की संपत्ति है जहां आमजन का प्रवेश वर्जित है। महाप्रबंधक एमके बोहरा ने कहा कि आत्महत्या पर तो अंकुश नहीं लगाया जा सकता, सुरक्षा के तहत पैराफिट बनाए गए हैं। संभव हुआ तो और सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे।