चंडीगढ़
अब तक चंडीगढ़ पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती रात के समय कानून व्यवस्था बनाए रखना और यातायात नियमों का पालन कराना था क्योंकि पुलिस के कैमरों में रात के समय कोई गतिविधि स्पष्ट दर्ज नहीं हो पाती थी इसलिए अपराधी अपराध कर निकल जाते थे,
चंडीगढ़ में हाईटेक कैमरों से अब रात में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद हो गई है। रात के समय 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से निकल रही गाड़ी कैमरे में कैद हुई है। पिछले कुछ दिनों में यह अब तक की सबसे तेज रफ्तार है। सुरक्षा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब तक कुल 2993 ई-चालान हुए हैं। इनमें से 2087 तेज रफ्तार और 906 लालबत्ती तोड़ने के चालान हुए हैं।
रविवार को 528, शनिवार को 542 और शुक्रवार को कुल 574 लोगों के ई-चालान हुए हैं। कैमरे लगने के बाद कोई सिफारिश भी काम नहीं आ रही है। एक पुलिस अधिकारी की गाड़ी का भी कैमरों से चालान किया गया है जबकि कई सरकारी गाड़ियों के भी चालान काटे जा चुके हैं। अब तक शहर की पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती रात के समय कानून व्यवस्था बनाए रखना और यातायात नियमों का पालन कराना था क्योंकि पुलिस के कैमरों में रात के समय कोई गतिविधि स्पष्ट दर्ज नहीं हो पाती थी इसलिए अपराधी अपराध कर निकल जाते थे, वहीं लोग भी मस्ती से यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए निकल जाते थे। अब कैमरे ट्रैफिक तोड़ने वालों को ही नहीं, बल्कि शहर की हर पार्किंग, मार्केट और भीड़भाड़ वाली हर जगह को कवर कर रहे हैं। बता दें कि 27 मार्च से लेकर 3 अप्रैल के बीच अब तक कुल 2993 चालान हुए हैं। फिलहाल जेब्रा क्रॉसिंग व अन्य नियमों की पालना नहीं की जा रही है। पुलिस ने कहा कि जल्द ही अन्य नियम तोड़ने वालों पर पर शिकंजा कसा जाएगा।
पांच दिन हुए ई-चालान पर एक नजर
30 मार्च
रात 12 से सुबह 8 बजे तक लाल बत्ती तोड़ने के 5 चालान
शाम 6 से 8 बजे तक 9 तेज रफ्तार और लाल बत्ती तोड़ने के 6 चालान
रात 8 बजे से रात 12 बजे तक 139 तेज रफ्तार और 39 लाल बत्ती तोड़ने के चालान
31 मार्च
रात 12 से सुबह 8 बजे तक तेज रफ्तार के 37 और लाल बत्ती तोड़ने के 46 चालान
शाम 6 से रात 8 बजे तक 21 तेज रफ्तार और 3 लाल बत्ती तोड़ने के चालान
रात 8 से रात 12 बजे तक 78 तेज रफ्तार और एक लाल बत्ती तोड़ने का चालान
01 अप्रैल
रात 12 से सुबह 8 बजे तक 127 तेज रफ्तार और 37 लाल बत्ती तोड़ने के चालान
सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे के बीच तेज रफ्तार के 237 और लाल बत्ती के 69 चालान
शाम 6 से रात 8 बजे तक तेज रफ्तार के 28 और लाल बत्ती तोड़ने के 01 चालान
रात 8 बजे से रात 12 बजे तक तेज रफ्तार के 69 और लाल बत्ती तोड़ने के 06 चालान
02 अप्रैल
रात 12 से सुबह 8 बजे तक 33 तेज रफ्तार और लाल बत्ती तोड़ने के 19 चालान
सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे के बीच तेज रफ्तार के 294 और लाल बत्ती के 69 चालान
शाम 6 से रात 8 बजे तक तेज रफ्तार के 36 और लाल बत्ती तोड़ने के 20 चालान
रात 8 बजे से रात 12 बजे तक तेज रफ्तार के 48 और लाल बत्ती तोड़ने के 23 चालान
03 अप्रैल
रात 12 से सुबह 8 बजे तक 74 तेज रफ्तार और 119 लाल बत्ती तोड़ने के चालान
सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे के बीच 187 तेज रफ्तार और 148 लाल बत्ती तोड़ने के चालान
गलतफहमी में न रहें, 200 मीटर पहले हाईटेक रडार रफ्तार को कर लेता है कैच
पुलिस के अनुसार लोगों को लगता है कि चौराहे से पहले गाड़ी को धीमा कर लेंगे, लेकिन हाईटेक रडार गाड़ी को 200 मीटर पहले से कैच कर लेते हैं और यातायात नियमों को तोड़ने पर कार्रवाई करते हैं। कैमरों के साथ रडार भी अलर्ट पर रहते हैं। डीएसपी पलक गोयल ने लोगों से अपील की है कि लाल बत्ती और तेज रफ्तार से वाहन चलाकर जान को खतरे में न डालें।
सेकेंडों में कैमरा करता है चालान, मिनटों में लोगों के पास पहुंचता है संदेश
कैमरे लगने से पुलिस का काम इतना आसान हुआ है कि चालान भी कैमरे ही करते हैं। उसके बाद पुलिस कंट्रोल सेंटर पर मैसेज जाता है। मौके पर बैठा पुलिसकर्मी स्क्रीन पर उस मैसेज को खोलता है और यातायात नियमों को तोड़ने की स्थिति को देखता है। इस दौरान कैमरे की ओर से बताए गए चालान के अलावा कोई और जुर्माना बनता होगा उसे जोड़कर संबंधित गाड़ी मालिक को ई-चालान का मैसेज भेज देता है। यह पूरी प्रक्त्रिस्या मिनटों में हो जाती है। वहीं किसी जगह आपातकालीन वाहन को रास्ता देने के लिए कोई गाड़ी नियमों को तोड़ती है तो उसका चालान नहीं होता है।