रुद्रपुर। क्षेत्रीय विधायक अरविंद पांडेय मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से तू तू-मैं मैं करते रहे। बावजूद इसके जरा-जरा सी बात पर उत्तेजित होकर जवाबी कार्रवाई करने वाले गदरपुर के कांग्रेसी खामोश रहे। इस पर मुख्यमंत्री ने विधायक पांडे को फटकार लगाई। जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक पांडेय और समर्थकों का विरोध करना भी जरूरी नहीं समझा। इसे लोगों ने कांग्रेसियों की आपसी खींचतान का नतीजा बताया है।
गदरपुर मंडी समिति प्रांगण में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर कार्यक्रम पूरी तरह से सरकारी था, जो बाद में कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में तब्दील हो गया। प्रोटोकॉल के तहत कांग्रेसियों ने मंच पर क्षेत्रीय विधायक पांडेय को भी स्थान दिया। सभी वक्ताओं के संबोधन के पश्चात जब मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने अपना उद्बोधन शुरू किया और कई घोषाणाएं करने के बाद जब उन्होंने गदरपुर-मटकोटा मार्ग व गदरपुर-सकैनिया मार्ग से ग्राम कनकटा को जाने वाली मार्ग की घोषणा की। साथ ही बिजली कटौती के लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। तब विधायक पांडेय मंच पर ही खड़े हो गए और सीएम से कहने लगे, सीएम साहब, जो घोषाणाएं आप कर रहे हैं, इनमे से अधिकांश तो पहले ही हो चुकी हैं। उक्त मार्ग का इस्टीमेट भी बन चुका है। मगर मुख्यमंत्री बहुगुणा ने विधायक पांडेय की बात को तवज्जो न देते हुए घोषणाओं का सिलसिला जारी रखा तो विधायक पांडे ने वहीं सीएम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर मुख्यमंत्री बहुगुणा भड़क गए। उन्होंने विधायक पांडेय को डपटते हुए लहजे में कहा कि विधायक जी, बैठ जाइए। आपको बोलने का अधिकार नहीं है। इसके बाद मंच से उतरे विधायक पांडेय ने अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसियों के चुप्पी की वजह लोगों ने आयोजक से नाराजगी बताई है।