पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने गोबर खरीदने की गारंटी दी थी। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत कांग्रेस के सभी छोटे बड़े नेताओं ने प्रदेश में हर मंच से कहा था कि सरकार बनने के बाद किसानों से वह दो रुपए किलों के हिसाब से गोबर खरीदेंगे और अब दो साल का कार्यकाल बीत जाने के बाद सरकार कह रही है कि वह गोबर नहीं कंपोस्ट खरीदेगी। क्या सरकार में बैठे मुख्यमंत्री, मंत्री और अन्य लोगों को गोबर और कंपोस्ट के बीच का अंतर नहीं समझते हैं।
‘कंपोस्ट को तीन रुपए प्रति किलो बेचने की आवश्यकता क्या है?’
जयराम ठाकुर ने कहा कि गोबर से कम्पोस्ट बनने में कितना समय लगता है और कितने गोबर से कितनी कम्पोस्ट बनती है यह बात सरकार में बैठे लोग नहीं जानते हैं, लेकिन प्रदेश के किसान जानते हैं। एक तरफ देश में जीरो बजट खेती के लिए केंद्र सरकार योजनाएं ला रही है। दूसरी तरफ सरकार किसानों से बना-बनाया कम्पोस्ट सस्ते दामों में खरीदना चाहती है। जब किसान अपने गोबर से कंपोस्ट बना लेगा तो फिर उसे कंपोस्ट को तीन रुपए प्रति किलो बेचने की आवश्यकता क्या है? इतनी मेहनत के बाद तैयार कम्पोस्ट को खरीदने के लिए तीन रुपए की कीमत लगाना सरकार की संवेदनहीनता है।
कांग्रेस की गारंटियों की वजह से हुई किरकिरी