
देहरागोपीपुर (कांगड़ा)। उपमंडल देहरा में शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे एक घरेलू गैस सिलेंडर के अचानक आग पकड़ने से सात लोग गंभीर तौर पर झुलस गए। तीन लोगों को गंभीर हालत में टांडा रेफर कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से गंभीर तौर पर घायलों को 5-5 हजार और अन्य घायलों को 2-2 हजार की फौरी राहत दी गई है। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार जीवना देवी पत्नी तिलक राज और तिलक राज पुत्र ठेंचू राम निवासी देहरा (वार्ड नंबर-4) अपने स्लेटपोश मकान की दूसरी मंजिल में खाना पकाने की तैयारी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि पहले से ही सिलेंडर लीक हो रहा था। दोनों खाना पकाने के लिए ऊपरी मंजिल पर चले गए तथा चूल्हे को जलाया। अचानक सिलेंडर ने आग पकड़ ली और जोरदार धमाका हो गया। दंपति के चिल्लाने की आवाज सुनकर उनका भतीजा नरेश कुमार पुत्र रोशन लाल बचाने के लिए दौड़ा तथा अंदर कमरे में पहुंचते ही आग ने उसे भी अपनी चपेट में लिया। साथ लगते पड़ोसी तिलक राज उर्फ राजू पुत्र चुन्नी लाल, मोहिंद्रा देवी पत्नी चुन्नी लाल, संतोष कुमारी पुत्री चुन्नी लाल और निमो देवी पत्नी रोशन लाल को भी बरामदे में गैस के पहुंचने के कारण चपेट में लिया। आगजनी का शोर सुनकर हर कोई घटनास्थल की दौड़ा तथा घायलों को एफआरयू देहरा पहुंचाया। लेकिन तिलक राज, जीवना देवी और नरेश कुमार की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने टांडा रेफर कर दिया। जहां पर उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। लोगों ने खुद ही आग को बुझाया।
नपं अध्यक्षा सुनीता कुमारी ने बताया कि सिलेंडर की गैस ज्यादा लीक होने के कारण आग पूरे मकान में फैल चुकी थी। इससे घर के अंदर रखा सारा सामान जलकर राख हो गया है। उन्होंने बताया कि आगजनी से करीब ढाई-तीन लाख का नुकसान होने का अनुमान है। डीएसपी देहरा बीडी भाटिया ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गैस सिलेंडर को कब्जे में ले लिया तथा आगजनी के कारणों की जांच की जा रही है।