सर्जरी के बाद छह माह की बच्ची को हुआ कोरोना, पीजीआई के 18 डॉक्टर समेत 54 स्टाफ क्वारंटीन

चंडीगढ़

Six month old girl who admitted in PGI for treatment found coronavirus positive
पीजीआई में सर्जरी के लिए भर्ती छह माह की बच्ची के कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया। बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आने तक उसका एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में बाकी बच्चों के साथ इलाज चल रहा था। इससे अनजाने में उस बच्ची के संपर्क में दर्जनों लोग आ गए हैं। आनन-फानन में पीजीआई के 18 डॉक्टरों समेत पीजीआई के 54 स्टाफ को तत्काल होम क्वारंटीन कर दिया गया है।

फगवाड़ा (पंजाब) निवासी बच्ची के दिल में छेद था। परिजनों ने बीते 9 अप्रैल को उसे पीजीआई में भर्ती कराया जिसके बाद उसकी ओपन हार्ट सर्जरी हुई। सर्जरी के बाद बच्ची स्वस्थ थी और तेजी से रिकवर कर रही थी। बीते दो दिन से उसे इंफेक्शन हो रहा था। इस पर मंगलवार दोपहर डॉक्टरों ने उसका कोरोना टेस्ट कराया।

बुधवार सुबह मिली जांच रिपोर्ट में बच्ची कोरोना पॉजिटिव निकली। वहीं ब्लॉक के वार्ड नंबर-4सी में दहशत फैल गई। बच्ची को डॉ. अरुण कुमार भारनवाल ने देखा था इसलिए उनकी पूरी टीम के भी नमूने लिए गए हैं। फिलहाल बच्ची को कोरोना वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।

बच्ची के साथ चार अन्य बच्चों का भी चल रहा था इलाज
एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में संक्रमित बच्ची के अलावा अन्य चार बच्चे और उनके परिवार के लोग भी रह रहे थे। पीजीआई प्रवक्ता के अनुसार, बच्ची के संपर्क में पीडियाट्रिक, रेडियोलॉजी और कार्डियोलॉजी के 18 डॉक्टर, 15 नर्सिंग ऑफिसर, हॉस्पिटल और सेनिटेशन अटेंडेंट 13, फिजियोथेरिपिस्ट 2, एक्सरे टेक्नीशियन और रेडियोलॉजी नर्सिंग ऑफिसर 6 शामिल हैं।

पीजीआई इंप्लाइज यूनियन नॉन फैकेल्टी ने बार-बार चेताया था
पीजीआई इंप्लाइज यूनियन नॉन फैकेल्टी पीजीआई के स्टाफ की सुरक्षा को लेकर लगातार आवाज उठा रही है। साथ ही पीजीआई प्रबंधन और प्रशासनिक अफसरों से स्टाफ की सुरक्षा की गुहार लगा रही है। यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि बार-बार आगाह करने के बावजूद अनदेखी की जा रही है। इसके चलते पीजीआई स्टाफ की जान खतरे में है।

यूनियन के मुताबिक, कोरोना वायरस से बचाव संबंधी आवश्यक सामग्री समय रहते नहीं खरीदी गई। अनट्रेंड स्टाफ को ड्यूटी पर लगाया गया है। समय रहते कोरोना से जुड़े अलग-अलग वार्ड नहीं बनाए गए। ट्रायल रूम भी अलग नहीं बनाए गए। बिना पीपीई किट के स्टाफ को ड्यूटी पर भेजा जा रहा है। कोरोना को लेकर 4 अलग-अलग गाइडलाइन बनाई गई है। ऐसे में पीजीआई प्रबंधन डॉक्टरों, मरीजों व कर्मचारियों की जान जानबूझकर जोखिम में डाल रहा है।

Related posts