
सरकार और निजी अस्पतालों की देनदारियों के कारण पानीपत की औद्योगिक नगरी में चिरायु योजना के पात्र लाखों लोगों को स्वास्थ्य की चिंता बढ़ गई है। जिले के निजी अस्पतालों ने पांच जुलाई तक चिरायु योजना के पात्रों को इलाज देने से इंकार कर दिया है। मंगलवार को भी चिरायु योजना के पात्र इलाज के लिए भटकते रहे। निजी अस्पतालों ने काउंटर पर चिरायु योजना के मरीजों को इलाज न देने के पर्चे लगा दिए। उन्होंने मंगलवार को कैंसर के मरीजों की कीमो भी करने से इंकार कर दिया गया।
दरअसल, सरकार की ओर से पिछले छह माह से निजी अस्पतालों को मरीजों के इलाज का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे निजी अस्पतालों के संचालक नाराज हैं और अब योजना के तहत मरीजों के इलाज से हाथ खड़े कर दिए हैं। योजना के तहत जिले के 54 अस्पतालों का सवा करोड़ रुपये सरकार की ओर बकाया है। प्रदेश में 575 अस्पताल इस योजना के तहत सरकार के पैनल पर हैं। पानीपत में अब तक 6.49 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बने हैं। इन पात्रों का भी योजना के तहत निजी अस्पतालों में इलाज बंद कर दिया जाएगा। पानीपत चिरायु योजना के गोल्डन कार्ड बनाने में प्रदेश में पांचवें स्थान पर है।
इलाज किया बंद, आठ हजार देकर कराई कीमो