सत्ता के नशे में डूबी भाजपा की लुटिया

कुल्लू। जिला भाजपा के मीडिया संयोजक राजेंद्र चौधरी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुंह खोलकर पूर्व भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा जहां भीतरघात को हार का कारण मान रही है वहीं चौधरी का कहना है कि भाजपा की हार का कारण सत्ता के नशे में चूर होना रहा।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। हार के लिए भीतरघात और पार्टी में कार्यकर्ताओं की अनदेखी को बताया जा रहा है।
अब जिला भाजपा के मीडिया संयोजक राजेंद्र चौधरी के बयान से बवाल मच गया है। उन्होंने अपनी ही पार्टी पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि विस चुनाव में भाजपा का सत्ता के नशे में चूर होना हार का मुख्य कारण रहा।
उन्होंने कहा कि पार्टी के हार के कारणों को पता लगाने में जुटी प्रदेश और राष्ट्रीय भाजपा को इस तथ्य को जानना होगा। कहा कि सत्ता के नशे में पूर्व भाजपा सरकार इस कदर मदहोश हो गई थी कि अपनों और बेगानों में फर्क करना ही भूल गई थी।
चौधरी ने कहा कि समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी और चाटुकारों को गले लगाने से हजारों समर्पित कार्यकर्ता पार्टी से दूर होते गए। यही हार का मुख्य कारण रहा। उन्होंने कहा कि रही कसर नवगठित हिलोपा ने पूरी कर दी। भाजपा मीडिया संयोजक ने कहा कि प्रदेश भाजपा का अड़ियल रवैये के चलते महेश्वर सिंह को पार्टी से अलग होकर हिलोपा का गठन करना पड़ा।

महेश्वर के कमाल से कुमलागया कमल
कुल्लू। जिला भाजपा के मीडिया संयोजक राजेंद्र चौधरी ने कहा कि महेश्वर सिंह ने अपनी आवाज राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी तक पहुंचाई तथा हिमाचल भाजपा के नेतृत्व को बदलने की मांग रखी। इसे पार्टी हाईकमान ने अनसुना कर दिया। नतीजा महेश्वर सिंह की सुनवाई न हो पाने के कारण उन्हें अपनी अलग पार्टी का गठन करना पड़ा। हिलोपा ने अपना कमाल दिखा दिया और उस कमाल के आगे कमल नहीं खिल सका।

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