
बिलासपुर। भराड़ी क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए को मारने के बाद अभी भी क्षेत्र में तेंदुए का आतंक बना हुआ है। वन विभाग की ओर से लोकल शूटरों को अन्य तेंदुए को मारने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अभी तक तेंदुआ शूटरों के निशाने पर नहीं आया है। इसके चलते अभी भी लोग सहमे हुए हैं।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं। विभाग की ओर से जिस दौरान कैमरा ट्रैप खोले उस दौरान अन्य जंगली जानवरों की गतिविधियां तो कैमरों के दर्ज हुई। तेंदुए का कहीं भी नामोनिशान नहीं था। इसके चलते वन विभाग की परेशानी में है। इसके अलावा तीन पिंजरे की लगाए गए हैं। तेंदुए को मौत के घाट उतारा जा सके। हालांकि अभी तेंदुए की कोई भी गतिविधि दर्ज नहीं की गई है। फिर भी लोकल शूटर तेंदुए की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। वन विभाग की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही समस्या से निपटा जाए। लोगों को कोई परेशानी न उठानी पड़े।
डीएफओ बिलासपुर डीआर कौशल ने कहा कि शूटरों को तेंदुए मारने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तेंदुए की गतिविधियों पर कैमरा ट्रैप नजर रखे हुए हैं। विभाग की ओर से समस्या से निपटने के प्रयास किए जा रहे हैं।