शिकारी की जंगल में गोली लगने से मौत

परवाणू (सोलन)। परवाणू के पनेवा जंगल में गोली लगने से करतार सिंह (38) की मौत हो गई। वह दोस्त के साथ शिकार खेलने गया था। घटना के बाद से उसके दोस्त यशपाल की सूचना नहीं है। हैरत की बात है कि मृतक के परिजनों ने भी हादसे को छिपाने का प्रयास किया। गुप्त सूचना पर पुलिस ने घर से युवक का शव बरामद किया। वहीं, यशपाल के खिलाफ आर्म्स एक्ट और गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। डीएसपी परवाणू निश्चिंत सिंह नेगी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच करेगी। मृतक के भाई के बयान लिए हैं। दर्ज बयान में लिखा गया है कि मंगलवार दोपहर को दोनों दोस्त जंगल में शिकार करने गए थे। इसी दौरान गोली चली। इसके बाद घायल युवक को छोड़कर दोस्त कहीं चला गया। गोली की आवाज सुनने के बाद ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और करतार को अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। पुलिस तफ्तीश में सामने आया है कि युवक की टांग में गोली लगी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि करतार सिंह की मौत खून के अधिक रिसाव से हुई है। पुलिस ने बंदूक बरामद नहीं हुई है। कारतूस के खोल की तलाश जारी है।

ये सवाल तलाशेगी पुलिस
01- यदि गलती से गोली लगी है तो आरोपी अपने साथी को इलाज के लिए किसी अस्पताल में क्यों नहीं ले गया। अस्पताल तक न पहुंचाने के पीछे आखिर क्या मंशा थी?
02- पुलिस का दावा है कि अधिक खून बहने के बाद मौत हुई है। इस दौरान आरोपी ने किसी से संपर्क क्यों नहीं किया? मोबाइल फोन पास होने के बावजूद घायल करतार ने किसी को सूचना क्यों नहीं दी?
03- घरवालों ने घटना को पुलिस से छिपाने की कोशिश क्यों की? अगर पुलिस कार्रवाई में देरी करती तो मृतक का दाह संस्कार हो जाता और सारे सबूत नष्ट हो जाते।
04- जिस बंदूक से गोली चली है, उसे क्यों छिपाया जा रहा है? क्या उस बंदूक लाइसेंसशुदा है या अवैध तरीके से रखी गई है। पुलिस इस मामले में भी जांच करेगी।

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