शासन प्रशासन ने जागड़ा मेले को लेकर तैयारियां की तेज

शासन प्रशासन ने जागड़ा मेले को लेकर तैयारियां की तेज

हनोल स्थित महासू देवता के जागड़े की व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने में प्रशासन जुटा है। यह भी तय है कि इस बार पौराणिक जागड़ा मेला बेहद खास होगा। कुछ दिन पहले ही इस मेले को राजकीय मेला घोषित किया गया है। पिछले वर्षों की तुलना में इस साल मेले में अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।

सिद्धपीठ महासू देवता मंदिर हनोल में हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष को हरतालिका तीज पर विशाल जागड़ा पर्व मेला मनाया जाता है। जौनसार बावर, रंवाई-जौनपुर, हिमाचल के जुब्बल-कोटखाई, नेरवा-चौपाल, और अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु व पर्यटक देव दर्शन के लिए आते हैं। इस बार जागड़ा पर्व मेला 30 अगस्त को मनाया जाएगा। राजकीय मेला घोषित होने पर श्रद्धालुओं की अधिक संख्या में आने की संभावना जताई जा रही है। मेले की तैयारी में किसी भी प्रकार की समस्या ना आए इसके लिए शासन प्रशासन नजर बनाए हुए है।

जल संस्थान भी पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटा है। अवर अभियंता विद्या प्रसाद भारद्वाज की देखरेख में टीम लाइनों की मरम्मत में जुटी है। उनका कहना है कि बरसात होने के कारण भूस्खलन से कई जगह पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। जागड़ा मेले को देखते हुए टूटी हुई पाइप लाइन को ठीक किया जा रहा हैं। लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी भी सड़क पर जगह-जगह पड़े मलबे को हटाने में जुटे हैं। सड़क के दोनों ओर की सफाई कराई जा रही है। विद्युत विभाग भी तैयारियों में जुटा है। जेई राज किशोर ने बताया कि मेले को लेकर हनोल में 100 केवी का ट्रांसफार्मर लगाया गया है। मंदिर समिति के सचिव मोहन लाल सेमवाल ने बताया कि मानव उत्थान समिति के द्वारा जागड़े में खाद्य सामग्री की पूरी व्यवस्था की गई है। समिति 1000 कंबल भी देने जा रही है।

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