शिमला/हमीरपुर
कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन की पहली डोज लगने के बाद इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) अस्पताल शिमला के दो और डॉक्टर संक्रमित हैं। इनकी संख्या अब पांच हो गई है। इन डॉक्टरों में कोरोना के लक्षण दिखे थे, जिस पर टेस्ट लिए गए थे। अब टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव है। वहीं, हमीरपुर में वैक्सीन लगने के बाद सातवें दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। इन्हें सांस लेने में तकलीफ है। कार्यकर्ता को मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर किया गया है।
आईजीएमसी में पॉजिटिव दोनों पीजी डॉक्टर हैं। हालांकि, इन डॉक्टरों ने वैक्सीन की पहली डोज की अवधि का समय पूरा नहीं किया है। 28 दिन बाद इन्हें दूसरी डोज लगाई जानी थी। अब कोरोना पॉजिटिव आने के बाद दूसरी डोज तब लगाई जाएगी, जब रिपोर्ट निगेटिव आएगी। उधर, मामले सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इस पर चुप्पी साध ली है। एमएस से भी संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
1296 ओपीडी हुई अस्पताल में
आईजीएमसी अस्पताल में शनिवार को छुट्टी के कारण मरीजों की संख्या में कमी रही। शाम चार बजे तक 1296 मरीज अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे। इनमें 1235 जनरल ओपीडी और 61 मरीज आपात स्थिति में उपचार के लिए लाए गए।
सेना में भर्ती से पहले कोरोना टेस्ट के लिए उमड़ी युवाओं
धर्मशाला में कोरोना टेस्ट के लिए उमड़ी युवाओं की भीड़। जिला कांगड़ा और चंबा के युवाओं के लिए रविवार से पालमपुर में सेना भर्ती होगी। भर्ती में हिस्सा लेने से पहले सभी युवाओं को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिला कांगड़ा में अब तक करीब छह युवाओं की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है।