
कुल्लू। विभिन्न विभागों के आहरण एवं संवितरण अधिकारियों (डीडीओ) को वित्तीय मामलों में दक्ष किया जाएगा। अफसरों को सामान्य भविष्य निधि और पेंशन संबंधी आकलन की भी जानकारी मिलेगी। इसके लिए बाकायदा बचत भवन में मंगलवार को तीन दिवसीय सेमिनार आरंभ हो गया।
महालेखाकार (लेखा और हकदारी) कार्यालय शिमला की ओर से आयोजित किए जा रहे इस सेमिनार के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी केके सरोच ने की। इस अवसर पर उपमहालेखाकार विवेक भास्कर भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। जिले के आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को संबोधित करते हुए सरोच ने कहा कि वह सेमिनार के दौरान महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करके सामान्य भविष्य निधि और पेंशन संबंधी मामलों का जल्द निपटारा कर सकते हैं।
महालेखाकार (लेखा व हकदारी) कार्यालय के सहायक लेखा अधिकारी विजय कुमार ने सामान्य भविष्य निधि के नियमों की जानकारी दी। सहायक लेखा अधिकारी नागेंद्र सिंह ने पेंशन से संबंधित मामलों पर मार्गदर्शन किया। उप महालेखाकार विवेक भास्कर ने सेमिनार के दौरान विभिन्न आहरण एवं संवितरण अधिकारियों द्वारा उठाए प्रश्नों और शंकाओं का मौके पर ही समाधान किया। सेमिनार के दूसरे सत्र में महालेखाकार (लेखा व हकदारी) कार्यालय के अधिकारी जिले के पेंशनरों से भी रूबरू हुए। इस दौरान पेंशनरों ने विभिन्न मामले, समस्याएं, सुझाव और शिकायतें इन अधिकारियों के समक्ष रखीं। इस मौके जिला कोषाधिकारी युद्धवीर सिंह ठाकुर और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।