
पानीपत। विज्ञापन कंपनी के नाम पर कुछ लोग सैकड़ों युवाओं के सपनों पर पानी फेरकर करोड़ों रुपये ठग कर फरार हो गए। सपने टूटने पर ठगी के शिकार युवकों ने बिश्न स्वरूप कालोनी स्थित कंपनी कार्यालय में जमकर बवाल काटा। इनमें ज्यादातर करनाल के घरौंडा और आसपास के गांवों के युवक हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित युवकों को शांत किया।
बिश्न स्वरूप कालोनी स्थित एक कंपनी के कार्यालय में वीरवार को सैकड़ों युवक पहुंचे। युवकों ने कंपनी संचालकों पर विज्ञापन के नाम पर करोड़ों रुपये ठगने का आरोप लगाया और कंपनी के बंद कार्यालय में तोड़फोड़ का प्रयास किया। जबकि कुछ युवकों ने कार्यालय की खिड़की तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास किया। युवकों के आक्रोश को बढ़ते देख स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवकों को शांत किया और कंपनी संचालक पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
आरोप है कि कंपनी संचालक ने दीपावली से पहले ही उनकी पेमेंट रोक ली। वे पैसों की मांग करने लगे तो उनको त्योहार के बाद धीरे-धीरे पैसे देने का आश्वासन दिया। इसके बाद भी पैसे देने के नाम पर कई दिन से टरका रहे थे और उनको हर रोज अगले दिन आने की कह देता है। वीरवार को कार्यालय का ताला लगा मिला और मोबाइल नंबर भी बंद मिले।
7500 युवाओं के 10 करोड़ !
रवि निवासी घरौंडा और अंकुश राणा ने बताया कि कंपनी संचालक ने शुरूआत में 7200 रुपये में एक आईडी दी। इसके आधार पर युवकों ने अपना काम शुरू कर दिया। कंपनी आईडी की मांग बढ़ने पर संचालक ने 90 हजार से ढाई लाख तक का रेट कर दिया। करनाल के घरौंडा और आसपास के सबसे अधिक युवक इसके जाल में फंस गए और युवकों ने कई-कई लाख रुपये इस काम में लगा दिए। इस समय कंपनी द्वारा 7200 रुपये में आईडी दी गई थी वह आज करीब 10 करोड़ की है।
आनलाइन करना होता था विज्ञापन
फूल सिंह निवासी घरौंडा और अंकुश ने बताया कि कंपनी रजिस्ट्रेशन कर आईडी देती थी। इसके साथ उक्त व्यक्ति को आनलाइन विज्ञापन को अन्य को मेल कर प्रचार-प्रसार करना होता है। कंपनी द्वारा संबंधित युवक को मैटर दिया जाता है। एक विज्ञापन को आनलाइन करने पर पांच रुपये मिलते हैं। इसके आधार पर आईडी सदस्य प्रात: आठ से चार बजे तक काम करते हैं और एक कंप्यूटर पर तीन आईडी चलाई जा सकती हैं। इस पर वे अपनी कैपेसिटी अनुसार पैसे कमा सकते हैं।
नौकरी छोड़ पैसे कमाने में जुटे
घरौडा निवासी अंकुश राणा का परिवार चंडीगढ़ में रहता है। उसने पालीटेक्निक की हुई है। एक कंपनी से नौकरी के लिए कॉल लेटर आया, लेकिन वह इस कंपनी के साथ जुड़ गया और नौकरी करने से इंकार कर दिया। उसने बताया कि कंपनी द्वारा ठगने के बाद वह टूट गया है। घरवालों को किसी तरह का जवाब नहीं दे पा रहा। रवि ने बताया कि ठगी के शिकार युवकों में सबसे अधिक घरौंडा के हैं। अपने आपको कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट कहने वाला उन्हीं के गांव का है। जिसकी बातों में आकर यहां के सैकड़ों लोग इस लाइन में लग गए। घरौंडा की हर गली और मोड़ पर युवक सेंटर खोलकर कंपनी का बोर्ड लगाकर काम कर रहे हैं। इनमें से कई युवक नौकरी और पढ़ाई छोड़कर इसी काम में लगे हैं।
वर्जन
बिश्न स्वरूप कालोनी स्थित एक कंपनी के कार्यालय में कुछ लोगों ने हंगामा किया है। युवकों का आरोप है कि कंपनी संचालक उनके करोड़ों रुपये डकार गया। पुलिस शोरशराबा सुनकर मौके पर पहुंचकर शांत कर दिया। पुलिस के पास फिलहाल कोई शिकायत नहीं मिली है। पीड़ित शिकायत देता है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
विशाल कुमार, प्रभारी, थाना शहर पुलिस, पानीपत