वार्डों का राउंड लगाएं या आपरेशन करें

हमीरपुर। क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर वर्तमान में मात्र एक गायनी विशेषज्ञ के हवाले चल रहा है। विशेषज्ञ वार्डों में राउंड के साथ-साथ आपरेशन भी कर रहा है। ऐसे में ओपीडी में गायनी विशेषज्ञ को सेवाएं देने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसके चलते गर्भवती महिलाएं निजी क्लीनिकों में सेवाएं लेने को मजबूर हैं।
क्षेत्रीय अस्पताल में पहले तीन गायनी विशेषज्ञ थे। एक वार्डों का राउंड और दूसरा आपरेशन आदि करता था। तीसरा विशेषज्ञ ओपीडी में सेवाएं देता था लेकिन वर्तमान में एक गायनी विशेषज्ञ का तबादला हो चुका है। दूसरी गायनी विशेषज्ञ मैटरनिटी अवकाश पर चल रही है। जबकि तीसरा विशेषज्ञ क्षेत्रीय अस्पताल में सेवाएं दे रहा है। हालांकि आपातकाल में गर्भवती महिलाओं को समय पर उपचार मिल रहा है लेकिन दूसरी गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जांच करवाने में दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात एकमात्र गायनी विशेषज्ञ वार्डों के राउंड के साथ आपरेशन आदि में व्यस्त रह रहे हैं। ओपीडी में गर्भवती महिलाओं को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। महिलाओं को मजबूरन निजी क्लीनिकों या अस्पतालों में महंगी दरों पर उपचार करवाना पड़ रहा है।
उधर, एसएमओ डा. केसी चोपड़ा का कहना है कि वर्तमान में क्षेत्रीय अस्पताल में एक ही गायनी विशेषज्ञ है जो वार्डों में राउंड के बाद आपरेशन आदि कर रहा है। उन्होंने बताया कि एक विशेषज्ञ होने से ओपीडी में बेहतर सुविधा मुहैया नहीं हो पा रही हैं।

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अवकाश पर चल रहे थे तीसरे गायनी विशेषज्ञ
गायनी विशेषज्ञ डॉ. दिनेश शामा पिछले काफी समय से अवकाश पर चल रहे थे। अवकाश काल के दौरान एक गायनी विशेषज्ञ मैटरनिटी लीव पर थी तो दूसरे विशेषज्ञ का नालागढ़ तबादला हो गया था। इसके चलते करीब डेढ़ माह तक गायनी विशेषज्ञ का पद क्षेत्रीय अस्पताल में रिक्त चल रहा था। हाल ही में डा. शामा ने अवकाश के बाद पुन: ज्वाइन किया है।

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