
केलांग। जनजातीय क्षेत्रों में हिमपात के चलते फंसे मरीजों और जरूरतमंदों को बाहर निकालने के लिए कवायद तेज हो गई है। राज्य सरकार जल्द ही मौजूदा हेलीकाप्टर के अलावा एक और अतिरिक्त चौपर की सेवाएं लोगों को बाहर निकालने के लिए ले सकता है।
बर्फबारी और वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त रहने के कारण जनजातीय क्षेत्रों के लिए इस बार अभी तक पर्याप्त उड़ानें नहीं हो पाई हैं। पांगी-किलाड़ समेत लाहौल स्पीति के करीब बीस हेलीपेडों से करीब एक हजार लोगों ने सीट के लिए आवेटन कर रखे हैं। इसमें भुंतर एयरपोर्ट से लाहौल जाने वाले लोग भी शामिल हैं।
लाहौल घाटी में करीब आधा दर्जन मरीजों को भी उपचार के लिए हवाई सेवा का इंतजार है। जनता की मांग और लाहौल स्पीति प्रशासन की ओर से जीएडी तथा जनजातीय विकास विभाग को भेजी यात्रियों की लंबी लिस्ट के बाद यह कवायद शुरू हुई है। विधायक रवि ठाकुर ने भी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मुलाकात कर एक अतिरिक्त चौपर की मांग कर रखी है। इस पर वीरभद्र सिंह ने तत्काल जीएडी अधिकारियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
दूरभाष पर शिमला से विधायक रवि ठाकुर ने बताया कि मरीजों समेत सैकड़ों जरूरतमंद लोग घाटी में फंसे हैं। इनमें कई मरीज और विद्यार्थी भी हैं। इनके अलावा कुल्लू और प्रदेश के अन्य भागों में रह रहे घाटी के लोग भी कृषि कार्यों को लेकर अपने गृह क्षेत्रों को जाने के लिए बेताब हैं। ऐसे लोगों की भारी संख्या को देखते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से अतिरिक्त हेलीकाप्टर की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। विधायक ने बताया कि उनकी मांग पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जल्द कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।