लच्छी-लच्छी लोक गलांदे…पर थिरके दर्शक

रिवालसर (मंडी)। बैसाखी मेले की प्रथम सांस्कृतिक संध्या लोक गायक घनश्याम पहाड़िया के नाम रही। उन्होंने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। पहली संध्या का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि लोनिवि रिवालसर के सहायक अभियंता बीएस गुलेरिया ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
घनश्याम ने पहाड़ी गीत पता पानो रा ओ मेरी गंगिए, कांटा चुभी गया कुमरों रा, बस चलीए कालोनी पपरोले, हुण ता कताहिओं जो नचदा धुड़ुआ, राजी रहया मुईए बमना री छोरिए ज्यूंदे जियूवा रे मेले आदि नाटियों से दर्शकों को नाचने पर विवश किया। दर्शकों की फरमाइश पर घनश्याम ने हिंदी और पंजाबी गीतों की झड़ी लगा दी।
कलाकार खेम चंद चौहान ने ओ बांकी-बांकी छोरिए आई जाया मंडी रे मेलेे, नीरमंडा रीए बामणिए, गायक गीता चौहान ने लच्छी-लच्छी लोक गलांदे, एसा गरांया देया लंबरा हो, आदि गीत प्रस्तुत किए। शबनम ठाकुर ने देश मेरा रंगीला गीत पर बेहतरीन नृत्य प्रस्तुत किया। इस दौरान स्थानीय नन्ही कलाकार नताशा शर्मा ने भी अपने नृत्य से दर्शकों का मनोरंजन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम कमेटी के प्रभारी अनिल गुप्ता ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष मेला कमेटी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विशेष व्यवस्था की गई है, जिसमें दिन के समय भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।

Related posts