
उदयपुर/कोकसर। ताजा हिमपात से कुल्लू-लाहौल की पर्वत श्रृंखलाएं बर्फ से लदकद हो गई हैं। रोहतांग दर्रा में मंगलवार को दो फुट ताजा बर्फबारी से इस ओर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। बर्फ के फाहों का दौर जारी रहने से दोपहर बाद लाहौल-स्पीति के भीतरी मार्गों में भी निगम के बसों के पहिये थम गए थे। कुल्लू घाटी के साथ जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति का पारा शून्य से नीचे लुढ़क गया है।
कोकसर में नौ इंच, सिस्सू में छह इंच, योचे में 4 इंच, खंजर में आधा फुट, मढ़ी में एक फुट तक ताजा बर्फ गिर चुकी थी। कोकसर में तैनात रेस्क्यू दल के प्रभारी लुदर सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह से ही रोहतांग दर्रा सहित आसपास के ऊंची चोटियों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया था। उन्होंने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम रहने पर राहगीर रोहतांग दर्रा को आरपार करने की कोशिश न करें। कहा कि मौसम खुलने पर ही लोग मढ़ी और कोकसर में खोली बचाव चौकियों में पंजीकरण करने पर रेसक्यू दल की मदद ले सकते हैं।
वहीं जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के जिला मुख्यालय केलांग और उदयपुर में चार से पांच इंच, जाहलमा में तीन इंच बर्फबारी हुई है। डीसी लाहौल-स्पीति एसएस गुलेरिया ने कहा घाटी में बर्फबारी का दौर शुरू होने से पूरी घाटी प्रचंड ठंड की चपेट में आ गई है। लोगों की सुविधा के लिए रोहतांग दर्रा को मौसम खुलने पर फिर से खोले जाने का प्रयास किया जाएगा। बीआरओ के अधिकारियों से बात कर की गई है।
चार लोगों ने लांघा रोहतांग दर्रा
उदयपुर। मंगलवार सुबह जहां एक ओर बर्फबारी का दौर शुरू था तो वहीं मनाली की ओर से गए चार लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर दर्रे को पैदल आरपार लांघा। कोकसर रेस्क्यू टीम के प्रभारी लुदर सिंह ने इसकी पुष्टि की है।