
घुमारवीं (बिलासपुर)। बिलासपुर के प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक रुकमणी कुंड में रुकमणी मेले का आगाज हो गया है। मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने इसका विधिवत रूप से आगाज किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रूकमणी कुंड धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल है। इसे धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि माता रूकमणी के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। उनके बलिदान की बदौलत इस क्षेत्र की चार-पांच पंचायतों को पानी उपलब्ध हो रहा है। हाल ही में फोर लेन सड़क के लिए केंद्र सरकार ने दो हजार करोड़ स्वीकृत किए हैं। इस रमणीय स्थल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा ताकि पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने स्थानीय लोगों से कुंड को साफ-सुथरा रखने की अपील की। कहा कि कुंड तक सड़क बनाने के लिए नाबार्ड के तहत डीपीआर बनाई जाएगी। यहां पर चार लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा भी उन्होंने की। इस अवसर पर रूकमणी कला संगम राहियां पलथी द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इससे पूर्व रूकमणी कला संगम राहियां पलथी के अध्यक्ष सुभाष गुप्ता ने धर्माणी का स्वागत किया तथा पंचायत के प्रधान देशराज ने रूकमणी कुंड की महता पर प्रकाश डाला। मेले में जामला पंचायत के उप प्रधान अमरनाथ, हीरापुर पंचायत प्रधान सुरेंद्र, उप प्रधान दिनेश कुमार, बैरी मियां के प्रधान मधु चंदेल, अधिशासी अभियंता लोनिवि पीसी वर्मा, बीडीओ जय सिंह के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण भी उपस्थित रहे।