

यह याचिका वकील अर्पित भार्गव की ओर से हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार के समक्ष दायर की गई। याचिका में मांग की गई है कि कोरोना वायरस महामारी के बावजूद फील्ड में रिपोर्टिंग कर रहे प्रत्येक रिपोर्टर को स्वास्थ्य और जीवन बीमा देने के लिए केन्द्र सरकार को निर्देश दिए जाएं। याचिका में यह भी कहा कि रिपोर्टर चाहे कांट्रैक्चुअल हो, एडहोक पर हो या स्थायी हो, सभी को यह सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने मांग की है कि प्रत्येक रिपोर्टर को कम से कम 50 लाख रुपये का स्वास्थ्य और जीवन बीमा मुहैया करवाया जाए।
याचिका में कहा गया है कि सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान मीडिया कर्मियों को छूट दी गई है ताकि वे कोरोना वायरस से जुड़ी खबरों को समाज में रह रहे लोगों तक सही और सटीक जानकारी पहुंचाते रहें, इसलिए रिपोर्टरों के लिए यह कदम उठाया जाना बेहद जरूरी है। हालांकि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति सामान्य हो जाने के बाद ही इस याचिका पर विचार किया जा सकता है।