योजना तो लागू कर दी, पर अभी नहीं है पूरी तैयारी

हमीरपुर। भले ही डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना का विधिवत शुभारंभ हो गया हो लेकिन योजना को लेकर अभी तक तैयारी पूरी नहीं है। समस्याएं अनेक आने वाली हैं। पहली समस्या तो सर्वर, साफ्टवेयर को लेकर है जिसके संबंध में गैस एजेंसी धारकों को विस्तृत जानकारी ही नहीं है। कुछ इंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से लिखित में मिली हैं जिन्हें पढ़कर अभी कुछ समझ नहीं आ रहा। गैस एजेंसी धारक भी एक दो दिन लगने की बात कर रहे हैं। शनिवार सुबह करीब सवा तीन साढ़े तीन बजे सर्वर में उपभोक्ताओं की जानकारी अपडेट हुई। इसके बाद दिन भर सर्वर में दिक्कत आती रही।
शहीद सुरजीत गैस एजेंसी हमीरपुर में 14561 उपभोक्ता हैं, जिनमें से 9650 उपभोक्ताओं के आधार नंबर, बैंक खाते गैस कनेक्शन के साथ अटैच कर दिए गए हैं। भोरंज स्थित गैस एजेंसी में 17682 गैस उपभोक्ता हैं, यहां 15700 के आधार नंबर जमा हो गए हैं लेकिन योजना के पहले दिन सर्वर नहीं चला। बड़सर में 18 हजार के करीब उपभोक्ता हैं, आधार नंबर लेने का 70 प्रतिशत कार्य पूरा हुआ है तथा कैसे, क्या करना है, इसे लेकर भी जानकारी नहीं है।
सुजानपुर क्षेत्र में 12470 गैस उपभोक्ताओं में से 6200 के आधार नंबर और बैंक खाता संख्या अटैच हो पाए हैं। यहां भी व्यवस्था को सुचारु रूप में आने के लिए एक दो दिन लगने की बात की जा रही है। कहा जाए तो पहले दिन योजना के तहत कोई कार्य नहीं सका। लगभग सभी स्थानों पर सोमवार तक कार्य होने की बात कही जा रही थी।
दूसरी बड़ी समस्या ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाली है। गैस आपूर्ति गाड़ियों के माध्यम से की जाती है। गाड़ी के साथ जाने वाले कर्मचारियों, गैस एजेंसी धारकों को उपभोक्ताओं के वर्गीकरण में दिक्कत आने वाली है। किसी उपभोक्ता का आधार नंबर, बैंक खाता अटैच है तथा किसका नहीं। आपूर्ति के दौरान पहचान कर पाना आसान नहीं होगा। जिन उपभोक्ताओं के आधार नंबर, बैंक खाते गैस कनेक्शन के साथ अटैच हैं उन्हें बाजार मूल्य पर सिलेंडर मिलेगा तथा सब्सिडी बैंक खाते में ट्रांसफर होगी तथा जिनकी औपचारिकताएं पूरी नहीं हैं, उन्हें अगले तीन माह तक सब्सिडी पर ही सिलेंडर मिलेगा।

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