

पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक 9 मिनट के ब्लैकआउट से करीब 12 से 15 गीगावाट बिजली मांग में गिरावट आएगी। वहीं, विपक्ष ने मांग में अचानक कमी आने से ग्रिड को खतरा जताया है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने शनिवार को पावर ग्रिड कारपोरेशन और ग्रिड संचालक पॉवर सिस्टम ऑपरेटर कारपोरेशन (पोसोको) के साथ बैठक कर ग्रिड पर बढ़ने वाले लोड, इससे होने वाले नुकसान और उससे निपटने की तैयारियों पर चर्चा की।पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक इस दौरान 12 से 13 गीगावाट का भार पड़ेगा वो भी दो से चार मिनट तक और नौ मिनट बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। इससे निपटने के लिए मांग में गिरावट को हाइड्रो और गैस संसाधनों की मदद से नियंत्रित किया जाएगा। शाम 6:10 से रात 8 बजे तक हाइड्रो पावर उत्पादन कम कर दिया जाएगा।
सभी कोयला एवं गैस संचालित संयंत्रों को ऐसे चलाया जाएगा कि बिजली की मांग-आपूर्ति को नियंत्रित किया जा सके। केंद्रीय ऊर्जा सचिव संजीव नंदन सहाय ने कहा, सभी राज्यों और क्षेत्रीय पावर ग्रिड को आपात स्थिति से निपटने के लिए जरूरी कदम की जानकारी दी जाएगी। यूपी के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर ने राज्य की सभी पावर ग्रिडों को सतर्क रहने और जरूरी कदम उठाने की सिफारिश की है।
तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल ने भी सभी पावर ग्रिडों को एसएलडीसी की सिफारिशों को लागू करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड के सहायक निदेशक एमके माथुर ने कहा है कि नौ मिनट घर के सभी पंखे जरूर चलाए रखें।
चिंता : पावर ग्रिड नेटवर्क पर हाईवोल्टेज की लहर
- ऊर्जा मंत्रालय ने कहा- राष्ट्रीय ग्रिड पर नहीं होगा असर, विपक्ष खतरों की आशंका पर अड़ा
- उत्पादन बंद कर, ग्रिडों की स्थिरता, कुछ बिजली कटौती से टालेंगे ग्रिड फेल होने का खतरा
तैयारी पूरी, ऐसे निपटेंगे
- राज्य के सभी उत्पादन केंद्रों को बिजली उत्पादन कम करना होगा
- राज्य ग्रिड के सभी रिएक्टर्स में कैपेसिटर बैंक नौ मिनट बंद होगा
- पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन पावर ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करेगा
- टीसी स्विच ऑन होते समय सभी केंद्रों को अपना उत्पादन बढ़ाना होगा
- परिचालन अधिकारी केंद्र पर पर्याप्त कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित करें
चिंता कम…क्योंकि अर्थ ऑवर में भी घटती है मांग
ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारी ने बताया, यह पहली बार नहीं है जब बिजली मांग इतने बड़े पैमाने पर गिरेगी। इससे पहले ‘अर्थ ऑवर’ के दौरान भी मांग में गिरावट हुई है। एक अधिकारी के मुताबिक 9 मिनट के ब्लैकआउट के दौरान बिजली की मांग 10 से 12 गीगावॉट तक गिर सकती है। हालांकि उन्होंने कहा कि इसका राष्ट्रीय बिजली ग्रिड की स्थिरता पर कोई असर नहीं होगा।पहले से ही 25 फीसदी कम है मांग
देश में जारी 21 दिन के लॉकडाउन के चलते उद्योगों में काम काज बंद होने के कारण पिछले साल की तुलना में इस दौरान बिजली की मांग पहले ही 25 फीसदी कम है। पांच अप्रैल को इसमें 12 फीसदी की गिरावट और हो सकती है।विपक्ष फिर भी हमलावर
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने यूपी एसएलडीसी का पत्र ट्वीट कर ग्रिड फेल होने की आशंका जताई। वहीं, जयराम रमेश ने ग्रिड को लेकर चिंता जताते हुए कहा, सरकार को इसके लिए तैयारी करनी चाहिए। महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने भी मांग घटने से ग्रिड फेल होने की चिंता जताई है।कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मोदी बेहतरीन संवादकर्ता हैं। थाली-ताली बजवाने या मोमबत्ती-दीया जलवाने की बजाय उन्हें लोगों को शिक्षित करना चाहिए। तथ्यों से अवगत कराकर लोगों का विश्वास जीतना चाहिए। उन्हें सिंगापुर के प्रधानमंत्री की तरह देशवासियों को शिक्षित करना चाहिए।
कहां कितनी घटेगी मांग
- यूपी 3000 मेगावाट
- महाराष्ट्र 5000 मेगावाट
- कोलकाता 1000 मेगावाट
- तमिलनाडु 2000 मेगावाट