धर्मशाला। शिमला के बाद अब धर्मशाला का सेब मार्केट में धूम मचाएगा। अभी तक तो धर्मशाला को मैकलोडगंज के नाम से समूचे विश्व में जाना जाता था। अब यही धर्मशाला सेब की खुशबू के लिए जाना जाएगा। इन दिनों मार्केट में विदेशी सेब का बोलबाला है जोकि 40 और 50 रुपये प्रति पीस बिक रहा है। यह सेब वर्तमान में अमेरिका तथा चीन से सेब का आयात हो रहा है। ऐसे में लोकल सेब विदेशी सेब को भी चुनौती देगा।
धर्मशाला में बागवानी विभाग की देखरेख में लगाए गए मान सिंह के सेब बगीचे में फसल तैयार होने वाली है। मान सिंह की ओर से धर्मशाला के निकट विशेष किस्म के 1500 पौधे लगाए गए हैं। सेब की अन्ना और डोर्सेटगोल्ड किस्में 15 से 20 जून के बीच में तैयार हो जाएंगी।
बागवानी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मर्तबा बगीचे में पिछले साल की तुलना में बेहतर पैदावार है। पिछले वर्ष इस बगीचे में बेहतर फसल की पैदावार नहीं हुई थी। मार्केट में आने से लोगों सस्ती दरों पर लोकल सेब मिलेगा।
बागवानी विभाग ने सेब की इस किस्म को निचले क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए फ्रांस से पौधों का आयात किया है। मान सिंह तथा बागवानी विभाग ने धर्मशाला में चार साल पहले सेब की इस किस्म के 1500 पौधे लगाए। इनसे वर्तमान में फल आना शुरू हो गए हैं।
बागवानी विभाग के विषय विशेषज्ञ डॉ. नेगी ने बताया कि उन्होंने हाल ही में बगीचे का दौरा किया है तथा इस मर्तबा सेब की बेहतरीन फसल है।
बागवानी विभाग के उत्तरी क्षेत्र के अतिरिक्त निदेशक डॉ. एससी धीमान ने बताया कि धर्मशाला के बगीचे में लगाई गई सेब की यह किस्म 15 से 20 जून के बीच तैयार हो जाएगी। इसे जल्द ही बाजार में उतार दिया जाएगा।