मांगों की अनदेखी से आशाएं सड़कों पर

बागेश्वर। मांगें पूरी नहीं होने पर आशा वर्कर्स में रोष है। गुस्साई आशाओं ने बृबस्पतिवार को सड़कों पर उतर कर सरकार के प्रति नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में शीघ्र मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की जिला इकाई ने प्रदेश महामंत्री जगत मर्लोलिया के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि केंद्रीय श्रम विभाग के अनुसार प्रत्येक कार्मिक को 13 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाना चाहिए। जिसे बंगाल सरकार ने लागू कर दिया है लेकिन यहां सामूहिक बीमा योजना तक लागू नहीं की गई है। प्रोत्साहन राशि और दीपावली बोनस का भी भुगतान नहीं हुआ है। सभा के बाद उन्होंने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। जिसमें मंडलसेरा ग्राम की आशा कार्यकत्री संगीता मलड़ा की मौत की सीबीसीआईडी जांच करने की मांग की है। इसके अलावा संगीता के परिजनों को आर्थिक सहायता देने, उसके पति को सरकारी नौकरी देने और मंडलसेरा में शराब पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में सीमा खान, विमला, हेमलता, शशि प्रभा, आनंदी, किरन उपाध्याय, गीता पांडे, बसंती देवी, आशा गड़िया, शीला देवी, प्रेमा देवी, अनीता, गोमती, मंजू गड़िया आदि शामिल थे।

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