महिला की मौत पर हंगामा, एनएच जाम

रामपुर बुशहर। तकलेच में विगत दिनों मारपीट में बुरी तरह से जख्मी हुई सुमित्रा की मौत हो गई। महिला की मौत पर भड़के परिजनों और रिश्तेदारों ने शनिवार को खनेरी अस्पताल के बाहर एनएच पर जाम लगा दिया। करीब ढाई घंटे रहे जाम के दौरान परिजनों और रिश्तेदारों ने पुलिस, प्रशासन और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए। मारपीट में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद ही उन्होंने जाम खुलवाया।
महिला के मामा चेतन पाकला, पति सुरेश कुमार के मामा पवन चौहान और भलूण पंचायत के प्रधान राजा राम ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले में ढील बरती है। महिला उत्पीड़न का मामला होने के बावजूद पुलिस ने आरोपियों पर मामूली धाराएं लगाईं। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर पुलिस ने उनसे पूछताछ करना तक जरूरी नहीं समझा। इधर, खनेरी अस्पताल के चिकित्सकों ने तो लापरवाही की हदें पार कर दीं। महिला की टांगों समेत पीठ पर गहरे जख्म होने के बावजूद उसे मामूली ट्रीटमेंट दिया गया। इतना ही नहीं चिकित्सकों ने तीसरे ही दिन बुरी तरह से जख्मी इस महिला को छुट्टी दे दी। इसमें मिलीभगत का अंदेशा है। उन्होंने सवाल किया कि महिला को छुट्टी क्यों दी? अगर उपचार नहीं करना था तो उसको शिमला क्यों नहीं रेफर किया?। उन्होंने मांग की कि स्वास्थ्य विभाग दोषी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करे। पुलिसिया जांच में कोताही बरतने वाले भी बख्शे नहीं जाने चाहिए। महिला के परिजन और रिश्तेदार पौने दो बजे से लेकर साढ़े तीन बजे तक नेशनल हाईवे पर डट रहे। आखिर, पुलिस ने जब आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया तो ही वे धरने से उठे।

इनसेट
क्या था मामला
रोहड़ू की भलूण गांव में ब्याही तकलेच के मांदली गांव की सुमित्रा (27) को 26 दिसंबर को बरशोल में टेक सिंह कायथ और कुछ अन्य लोगों ने बुरी तरह से मारा था। हादसे के बाद सुमित्रा को खनेरी अस्पताल लाया गया। 29 दिसंबर को महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। शुक्रवार को महिला की अचानक तबीयत बिगड़ी और परिजन उसे रामपुर ले आए लेकिन यहां पर चिकित्सकों ने उसको मृतघोषित कर दिया।

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पूछताछ के लिए बुलाए आरोपी
इस बाबत रामपुर पुलिस थाना प्रभारी संगत राम नेगी ने बताया कि मारपीट का मामला घटना वाले दिन ही दर्ज कर लिया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी टेक सिंह कायथ और जगत सिंह को पूछताछ से लिए बुलाया गया है।

पोस्टमार्टम को शिमला ले गए शव
महिला के परिजनों और रिश्तेदारों को खनेरी अस्पताल के चिकित्सकों पर कोई भरोसा नहीं रहा। तभी तो उन्होंने पोस्टमार्टम यहां कराना भी उचित नहीं समझा। वे महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए शिमला ले गए। महिला के मामा ने कहा कि चिकित्सक रिपोर्ट में गड़बड़ी कर सकते थे।

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