मशीन से दबकर श्रमिक की मौत, हंगामा

रुद्रपुर। सिडकुल की असाल फैक्ट्री में काम कर रहे पीलीभीत निवासी श्रमिक की मशीन में दबकर मौत गई। इससे गुस्साए श्रमिक काम बंद कर फैक्टी से बाहर निकल आए और जमकर हंगामा काटा। इस दौरान श्रमिकों की फैक्ट्री प्रबंधन से तीखी नोकझोंक भी हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फैक्ट्री परिसर में हंगामा काट रहे श्रमिकों को बाहर खदेड़ दिया। बाद में शव को पोस्टमार्टम को ले जाते समय श्रमिकों ने मुख्य गेट में धरना देते हुए रास्ता बंद कर दिया। इससे करीब छह घंटे से अधिक समय तक शव फैक्ट्री परिसर में एंबुलेंस में ही पड़ा रहा। इधर मृतक श्रमिक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
मूलरूप से पीलीभीत के थाना गजरौला ग्राम इटोरिया निवासी सुशील कुमार (28) पुत्र बसंत कुमार तीन दिन पहले से श्याम कांट्रेक्टर के माध्यम से सिडकुल की सेक्टर 11 में स्थित असाल फैक्ट्री में काम करने के लिए आया था। वह अपनी पत्नी माया व चार वर्षीय पुत्री पायल के साथ ट्राजिट कैंप में किराए के मकान में रहा रहा था। गुरुवार को वह रोज की भांति ही सुबह काम के लिए फैक्ट्री में आया। इसी बीच मशीन में काम करने के दौरान फोर लिप्टर के धक्के से वह मशीन की चपेट में आ गया। इससे वह बुरी तरह दब गया और मौके पर ही मौत हो गई। यह देख फैक्ट्री प्रबंधन, कर्मचारी व श्रमिकों में हड़कंप मच गया। इससे गुस्साए श्रमिकों ने काम बंद कर हंगामा काटना शुरू कर दिया। श्रमिकों की फैक्ट्री प्रबंधन से भी तीखी नोकझोंक हो गई। सूचना पर सीओ रेनू लोहनी, पंतनगर थानाध्यक्ष राजन लाल आर्या, सिडकुल चौकी इंचार्ज भीम भाष्कर आर्या, पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। पुलिस ने फैक्ट्री परिसर में हंगामा काट रहे श्रमिकों को बाहर खदेड़ दिया। पुलिस जब शव को कब्जे में लेकर एंबुलेंस से पोस्टमार्टम कराने ले जाने लगी तो श्रमिकों ने मुख्य गेट पर धरना देकर रास्ता रोक लिया। पुलिस के समझाने पर भी श्रमिक नहीं माने। इधर मामले की जानकारी मिलने पर एसडीएम ईलागिरी, भी फैक्ट्री पहुंच गए। बाद में प्रशासन, फैक्ट्री प्रबंधन व श्रमिकों की हुई वार्ता में मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा, एक परिजन को स्थाई नौकरी व पुत्री पायल की पढ़ाई में आने वाला खर्च वहन करने की बात पर श्रमिक शांत हुए। तब कहीं जाकर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा।

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