मंदिर की राशि में गड़बड़झाला

थानाकलां (ऊना)। क्षेत्र के एक प्रसिद्ध मंदिर के चढ़ावे में से गरीब परिवारों को दिए जाने वाले धन के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। इसके पता आरटीआई के तहत चला है। आरटीआई वर्कर सूरम सिंह ने इसकी शिकायत एसडीएम से की है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रशासन की ओर से मंदिर में श्रद्धालुओं की ओर से चढ़ाई जाने वाली राशि में से कुछ राशि बीपीएल परिवारों की बेटियों की शादी एवं इलाज के लिए दान दिए जाने का प्रावधान किया गया है। बीमारी की सूरत में पांच हजार एवं शादी के लिए सात हजार की राशि दी जाती है। लेकिन, यह राशि बीपीएल परिवारों को मिलने की बजाय सुविधा संपन्न लोगों को दी जा रही है। उपमंडल बंगाणा की 5 पंचायतों के 28 लोगों की बेटियों की शादी के लिए प्रशासन की ओर से यह राशि सहायता के तौर अप्रैल 2012 से लेकर मार्च 2013 तक दी गई है, लेकिन इन परिवारों में बीपीएल के मात्र 8 ही परिवार शामिल हैं। जबकि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार बीपीएल में शामिल परिवार के अलावा किसी भी परिवार को मंदिर में चढ़ाई जाने वाली राशि नहीं दी जा सकती। क्षेत्र के बाशिंदों में सूरम सिंह, रणजीत सिंह, जोगिंद्र राणा, ओम प्रकाश, मस्तराम, पंकज शर्मा, सोनिक कुमार का कहना है कि मंदिर की चढ़ावा राशि में पांच पंचायतों में ही इतनी धांधली है तो जिले की अन्य पंचायतों में इस वितरण में कितना घोटाला किया गया होगा। आरोप है कि श्रद्धालुओं के चढ़ावे के रूप में चढ़ाई जाने वाली राशि का दुरुपयोग हो रहा है। लोगों ने सरकार से इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
इस संबंध में मंदिर अधिकारी एवं तहसीलदार बंगाणा देवराज शर्मा का कहना है कि मंदिर के चढ़ावे में से सहायता के रूप में केवल बीपीएल परिवारों को ही धन दिया जा सकता है। इसके अलावा किसी अन्य परिवार को मंदिर में चढ़ाई जाने वाली राशि सहायता के तौर पर नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो मामले की छानबीन की जाएगी।

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