मंत्रालय ने जारी किया पत्र, चिकन-मीट की बिक्री से हट सकता है

 पालमपुर (कांगड़ा)
Chicken, Non veg
कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन ने चिकन और मीट पर भले ही पाबंदी लगा दी है। लेकिन भारत सरकार ने इसकी बिक्री को आवश्यक चीजों की सूची में डालने की राज्य सरकारों से सिफारिश की है। कई लोगों का यह भी तर्क है कि कोरोना वायरस से लड़ने में चिकन व मीट आदमी की रोग प्रतिरोधक शक्ति (इम्युनिटी) बढ़ाता है। कोरोना वायरस को लेकर फिलहाल प्रशासन ने चिकन और मटन पर पाबंदी लगाई है।

चिकन और मीट पर पाबंदी लगाने से इस समय कई भेड़पालक और मुर्गी पालकों की आर्थिकी पर भी संकट आ गया है। चिकन और मीट पर प्रतिबंध का कारण यह है कि देश में लॉकडाउन के चलते राज्य सरकारों ने चिकन और मीट को जरूरी चीजों की सूची में डाला ही नहीं था। लिहाजा, इस सूची से चिकन और मटन की सप्लाई बंद कर दी गई। चिकित्सकों का मानना है कि मीट और चिकन को अच्छी तरह पकाकर खाएं।

अब भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने राज्यों सरकारों से सिफारिश की है कि वह चिकन और मीट बेचने से प्रतिबंध को हटा सकते हैं। पशु पालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ. वीरेंद्र पटियाल ने कहा कि उनके विभाग को भी भारत सरकार का एक पत्र मिला है। इसमें चिकन और मीट को जरूरी चीजों की सूची में शामिल करने को कहा गया है।

Related posts