
प्रदेश में लगातार कई वर्षो से भ्रष्टाचार के मामले बढ़ते जा रहे है । भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में कांग्रेस – भाजपा दोनों विफल रही है । जिसके कारणवंश दिन व दिन भ्रष्टाचार प्रदेश में अपनी जड़े और मजबूत करता जा रहा है। जाली हस्ताक्षर कर 14 लाख रुपये की गड़बड़ी के मामले में वन विभाग ने तीसा रेंज के सेई ब्लॉक के वन खंड अधिकारी और वन रक्षक को निलंबित कर दिया है। मार्च 2023 में दोनों के खिलाफ विभाग के पास जाली हस्ताक्षर कर 14 लाख की गड़बड़ी करने की शिकायत पहुंची थी। वन मंडल अधिकारी चुराह में खुद ही सभी पहलुओं की जांच की। इसमें पाया कि केएफडब्लयू में गठित सोसायटी का प्रधान बिना सूचना दिए बदलकर बैंक में उसके हस्ताक्षर भी बदले गए। इसके बाद बैंक से सोसायटी के खाते से 14 लाख निकाले गए।
प्रदेश फॉरेस्ट ईको सिस्टम क्लाइमेट प्रूफिंग प्रोजेक्ट के तहत गठित वन प्रबंधन समिति के प्रधान के हस्ताक्षर बदलकर 14 लाख की गड़बड़ी की गई। विभागीय सूत्रों के अनुसार वन कर्मचारियों ने बैंक से पैसे निकालने के बाद ऑनलाइन अपने खातों में पैसों का लेनदेन किया। इसके भी विभाग के पास सुबूत हैं। मामले में अन्य जो भी अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित होंगे, उन पर भी विभाग जांच कर कार्रवाई कर सकता है।
मुख्य वन अरण्यपाल अभिलाष दामोदरन ने बताया कि मक्कण में प्रधान के जाली हस्ताक्षर कर पैसों की गड़बड़ी करने के मामले में वन खंड अधिकारी और वन रक्षक को निलंबित किया है। मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है।