बीआरसीसी नियुक्त करने की प्रक्रिया पर रोक

बीआरसीसी नियुक्त करने की प्रक्रिया पर रोक

समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशालय ने 472 बीआरसीसी नियुक्त करने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। पूर्व में नियुक्त बीआरसीसी का सभी खंडों से ब्योरा आने तक नई नियुक्ति प्रक्रिया रोकी गई है। हिमाचल प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा विभाग के तहत विभिन्न शिक्षा खंडों में सालों से सेवाएं दे रहे खंड शिक्षा स्रोत समन्वयक (बीआरसीसी) को हटाने का 26 अप्रैल को सरकार ने फैसला लिया था। प्रदेश के सभी शिक्षा खंडों में बीआरसीसी की नई नियुक्तियां करने के निर्देश दिए हैं। इस पर प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशकों को बीआरसीसी की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे।

बीआरसीसी की भर्तियों को लेकर शेड्यूल जारी कर दिया गया था। पूर्व निर्धारित शेड्यूल के तहत एक मई से 10 मई तक बीआरसीसी के पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाने थे। इनकी छंटनी के बाद 15 मई को साक्षात्कार होने थे। पात्र शिक्षकों की बीआरसीसी के पदों पर चयन होने की सूची 20 मई 2023 तक शिक्षा निदेशालय शिमला भेजने को कहा था। शनिवार को परियोजना निदेशालय ने भर्ती प्रक्रिया आगामी आदेशों तक रोकने की अधिसूचना जारी कर दी है।

प्रदेश में हैं 236 शिक्षा ब्लॉक 
प्रदेश में 236 शिक्षा ब्लॉक हैं। प्रत्येक शिक्षा खंड में एक प्राइमरी और एक अपर विंग में खंड शिक्षा स्रोत समन्वयक नियुक्त किए गए हैं। इनमें 472 बीआरसीसी नियुक्त हैं। प्राइमरी विंग में जेबीटी शिक्षक को खंड शिक्षा स्रोत समन्वयक, जबकि अपर प्राइमरी में टीजीटी शिक्षक को खंड शिक्षा स्रोत समन्वयक के पद पर नियुक्त किया जाता है, लेकिन कई जेबीटी शिक्षक वर्तमान में हेड टीचर और मुख्य केंद्रीय शिक्षक के पद पर पदोन्नत होने के बावजूद बीआरसी के पदों पर सेवाएं दे रहे हैं। प्रदेश के सैकड़ों स्कूलों में शिक्षकों की कमी चल रही है।

ये हैं बीआरसीसी के कार्य
प्रारंभिक शिक्षा विभाग में नियुक्त होने वाले बीआरसीसी पर समग्र शिक्षा अभियान, शिक्षक प्रशिक्षण और सरकार की ओर से संचालित अन्य योजनाओं को कार्यान्वित करने की जिम्मेदारी रहती है।

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