नादौन (हमीरपुर)। एसडीएम कार्यालय नादौन में वाहन पंजीकरण के लिए आने वाले आवेदकों की 100 रुपये की पर्ची बिना पूछे ही काट दी जा रही है। कर्मचारियों के इस रवैये पर लोगों ने रोष व्यक्त किया है, जबकि विभाग और सरकार के आदेश हैं कि जबरन किसी से भी वसूली न की जाए। लोगों की इच्छा के अनुसार ही पर्ची काटी जाए, लेकिन धरातल पर ऐसा हो नहीं रहा। वाहन मालिकों ने प्रक्रिया को लूट करार दिया है। उनका कहना है कि कर्मचारियों से विरोध दर्ज करवाया जाता है तो उत्तर मिलता है कि आदेश ही ऐसे हैं। लोग विरोध भी नहीं कर पाते कि कहीं काम लटक गया तो बार-बार चक्कर काटने पड़ेंगे।
लोगों राकेश कुमार और मुनीश कुमार ने बताया कि नए मोटर साइकिल का पंजीकरण करवाने कार्यालय में आए थे, काउंटर पर बैठे कर्मचारी ने वाहनों के पंजीकरण के कागजों के साथ 100-100 रुपये की रैडक्रास की पर्चियां थमा दी। जानना चाहा तो कर्मचारी ने बताया की पीछे से ही आदेश हैं। कार्यालय में विभिन्न कार्यों के लिए आने वाले लोग भी ऐसी स्थिति से गुजर रहे हैं। दो वर्ष पहले अदे-दियां हट्टियां निवासी अजय सेठी ने मामले को माननीय मुख्य न्यायाधीश के समक्ष उठाया था और मामले की जांच डिविजनल कमिश्नर मंडी को सौंपे जाने के बाद प्रशासन को फटकार लगाते हुए ऐसा न करने की हिदायत दी थी। कुछ दिन तक को जबरन वसूली रुकी, लेकिन फिर पुराना क्रम शुरू हो गया। इस संबंध में एसडीएम नादौन बलवीर ठाकुर का कहना था कि जबदस्ती रैडक्रास की पर्चियां किसी को देने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अगर ऐसा हुआ है तो मामले की छानबीन कर दोेषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।