
शाहतलाई (बिलासपुर)। बाबा बालक नाथ की तपोभूमि में एक माह से चल रहे चैत्र माह क ा मेला शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। मेले में इस वर्ष श्रद्धालुओं की आमद में भारी कमी दर्ज की गई। कारोबारियों को 50 से 60 फीसदी नुकसान उठाना पड़ा। 13 अप्रैल को वैशाखी पर्व पर बाबा की नगरी में अच्छी भीड़ जुटी। अगले दिन जेठा रविवार होने से कारोबारियाें को तीन दिन अपनी स्थिति कुछ हद तक सुधारने का अवसर मिल गया है। इसके चलते कारोबारियों में काम धंधा समेटने की बजाय तीन दिन और कारोबार बेहतर होने की उम्मीद जगी है।
लंबी अवधि तक चलने वाले इस मेले को शांतिपूर्वक निपटाने की जिम्मेदारी प्रशासन के साथ ही नगर पंचायत के कंधाें पर होती है। चैत्र मेलों में हिमाचल के अलावा दूसरे राज्यों के लाखाें लोग यहां बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। 13 मार्च से 13 अप्रैल तक शाहतलाई मेला क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई अनहोनी घटना नहीं घटी। एक दो बार बच्छरेटू में यातायात के जाम की समस्या होने के अलावा बिलासपुर में राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले तथा घुमारवीं में ग्रीष्मोत्सव मेले होने के बावजूद शाहतलाई मेले की तरफ अधिक ध्यान केंद्रित रहा। पुलिस मेला अधिकारी अंजनी जसवाल ने बताया कि सोमवार तक श्रद्धालुआें की आमद के बढ़ने की उम्मीद है। लिहाजा, 15 अप्रैल तक अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी शाहतलाई में ही सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। मेला अधिकारी धमन सिंह ने बताया कि शनिवार तक मंदिर न्यास शाहतलाई को 56,94,695 रुपये चढ़ावे के रूप में इकट्ठा हुए।