बरेली के उद्यमी अवैध खनन में फंसे

हरिद्वार। बरेली में रीयल स्टेट और फाइनेंस के कारोबार से जुड़े उद्यमियों के खिलाफ गंगा में अवैध खनन को लेकर गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है। इसके अलावा पथरी के एक खनन माफिया की भूमिका भी प्रकाश में आई है। आरोपी माफिया के कांग्रेस के कई नेताओं से गहरे संबंध बताए जा रहे हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें रवाना कर दी गई हैं।
एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने 24 मई को अवैध खनन के चलते पथरी थानाध्यक्ष और फेरुपुर चौकी प्रभारी को निलंबित किया था। साथ ही अवैध खनन में लिप्त माफिया के खिलाफ मुकदमा कर जांच एसपी देहात अजय सिंह को सौंपी थी। जांच में फेरुपुर, रामखेड़ा पथरी के खनन माफिया अमित सैनी पुत्र ऋषिपाल सैनी की भूमिका प्रकाश में आई थी। साथ ही महाराजा स्टोन क्रेशर को भी अवैध खनन में लिप्त पाया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट के लिए आवेदन किया था। मंगलवार को पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एनबीडब्ल्यू (गैर जमानती वारंट) मिला। पुलिस ने बताया कि महाराजा स्टोन क्रेशर के संचालक रवि प्रकाश अग्रवाल, चरण कमलजीत, और सतीश अग्रवाल निवासी कैंट, बरेली (यूपी) अवैध खनन में शामिल पाए गए हैं। आरोपी बरेली के उद्योगपति हैं और रीयल स्टेट से लेकर फाइनेंस आदि के कारोबार से भी जुड़े हुए हैं। जबकि पथरी का खनन माफिया कांग्रेस नेताओं का खास माना जाता है। इसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिशें दी जा रही थी। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें रवाना कर दी हैं।

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