सोलन। भारी बारिश तथा तूफान से जिले में जनजीवन पटरी से उतर गया है। लगातार बारिश ने कई संपर्क मार्ग बाधित कर दिए हैं। लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। शनिवार शाम करीब 4:30 बजे शुरू हुई बारिश का क्रम रविवार सुबह 11 बजे तक जारी रहा। इस दौरान मैदानी क्षेत्रों में घरों तथा दुकानों में पानी भर गया। पहाड़ी क्षेत्रों में अधिकांश संपर्क मार्ग बंद रहे। जिले में 15 से अधिक संपर्क मार्गों पर बसें नहीं चल सकी। इसके अतिरिक्त बीबीएन में सरसा नदी पर पुल बहने से आधा दर्जन गांव मुख्य बाजार से कटे रहे। कसौली की करीब 20 पंचायतों में बिजली आ और जा रही है। अघोषित कटों से लोग परेशान रहे।
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ये रूट रहे प्रभावित
चायल में जनेड़घाट-खिन्ना सिलाई मार्ग बंद, भोजनगर में बनासर-परवाणू संपर्क मार्ग, परवाणू में कामली-बनासर संपर्क मार्ग, नालागढ़-तालड़साई, नालागढ़-चंदार, नालागढ़-घरेड़, नालागढ़, अललियौण, नालागढ़-मलैणी, नालागढ़-परतगढ़ वाया स्वारघाट, नालागढ़-क्वारिनी मार्ग अवरुद्ध रहे। सोलन शहर के वार्ड सात में दो डंगे तथा रास्ता गिरने से भी लोगों को दिक्कतें आई। भोजनगर पंचायत के झझयार गांव में कच्चा मकान ढह गया। कुमारहट्टी-नाहन सुपरहाईवे में कई जगहों पर पत्थर तथा मिट्टी आने से आवाजाही प्रभावित रही।
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20 से अधिक पंचायतों की बिजली गुल
कसौली की करीब 20 पंचायतों में भारी बारिश के चलते बिजली प्रभावित रही। शनिवार रात करीब 11 बजे बिजली गुल हो गई। दोपहर एक बजे आपूर्ति सुचारु हो सकी। इस दौरान आंजी मातला, कंडा, गुल्हाड़ी, रौड़ी, धर्मपुर, अन्हेच, बोहली, भोजनगर, काबा कलां, नेरी कलां, प्राथा, नारायणी, चम्मो, चैंथी के लोग परेशान रहे। धर्मपुर के एसडीओ केडी शर्मा बताया कि बिजली की तारों पर पेड़ गिरने से समस्या आई है।
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ट्रेन हुई 1 घंटा 45 मिनट लेट
रविवार सुबह टकसाल तथा कालका स्टेशन के बीच भूस्खलन से ट्रेन करीब 1 घंटा 45 मिनट लेट हुई। ट्रेन नंबर 52453 मेल सुबह 6 बजे कालका स्टेशन से चली। टकसाल पहुंचने में करीब 18 मिनट का समय लगता है। यह ट्रेन करीब 8:05 पर टकसाल पहुंची। इस दौरान ट्रेन में करीब 150 यात्री फंसे रहे। रेल कर्मचारियों ने डेढ़ घंटे में ट्रैक साफ कर दिया। पुष्टि टकसाल रेलवे स्टेशन मास्टर ओम प्रकाश ने की।