
उरला (मंडी)। मौसम की बेरुखी के चलते शुष्क सर्दी होने के कारण पधर उपमंडल में फिर से अधिकांश लोग एलर्जिक रोगों की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में क्षेत्र के अस्पतालों में भी एकाएक रोगियों की तादाद में हर रोज इजाफा हो रहा है। उल्लेखनीय है कि इस बार सर्दियों में इसी माह के पहले पखवाड़े में ही छिटपुट बारिश हुई है, जबकि लंबे समय से चला आ रहा सूखा मौसम लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहा है। उधर, चौहारघाटी के ऊपरी जोतों में पड़ी बर्फ भी अब पिघलनी शुरू हो गई हैै। ऐसे में चौहारघाटी में कड़ाके की सर्दी हो गई है। इसके चलते खांसी, जुकाम, बुखार, गला खराब और सांस की बीमारियों के मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। सामुदायिक अस्पताल पधर में तैनात डा. अनिल, डा. विकास ठाकुर और डा. नीरज शर्मा के अनुसार सूखी ठंड के चलते लोग इन रोगों की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में उपचार के लिए हर रोज दर्जनों लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। उन्होंने लोगों को सर्दी से बचने के लिए गर्म वस्त्र का प्रयोग करने तथा पानी को उबाल कर पीने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में सांस के रोगियों को धूल और मिट्टी से पूरी तरह बचना चाहिए। आयुर्वेदिक अस्पताल उरला में तैनात डा. सुदर्शन अवस्थी के अनुसार अस्पताल में हर रोज मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। सबसे ज्यादा खांसी, जुकाम, बुखार, गला खराब की समस्या से पीड़ित रोगी अस्पताल पहुंच रहे हैं। उधर, चौहारघाटी के आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र थलटूखोड़ में तैनात चिकित्सक राजेश शर्मा का कहना है कि घाटी में भी एलर्जिक रोगों से पीड़ित रोगियों की संख्या बढ़ रही है और हर रोज ओपीडी में इजाफा हो रहा है। वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरोट में तैनात डा. विनय और डा. विजय के अनुसार यहां भी अत्यधिक लोग सर्दी के कारण बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
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चिकित्सकों की सलाह
सर्दी से बचने के लिए गर्म वस्त्र पहनें तथा उबला हुआ पानी पीने के प्रयोग में लाएं। सांस की बीमारी से पीड़ित रोगी धूल और मिट्टी से पूरी तरह बचें। सुबह शाम गर्म दस्तानें पहनकर काम के लिए निकलें।