प्रमाण पत्रों का तैयार होगा डाटाबेस

ऊना। राजस्व विभाग की ओर से लोगों को जारी होने वाले तमाम प्रमाण पत्रों का पूरा डाटाबेस शिमला में तैयार होगा। इसके लिए प्रदेश की तमाम तहसीलों को शिमला स्थित सर्वर से जोड़ा गया है। हालांकि, इससे पूर्व पूरा रिकार्ड मेनुअली शिमला भेजा जाता था। अब प्रमाण पत्र बनने के साथ ही उसका पूरा ब्योरा शिमला में दर्ज हो जाएगा। जिसकी मदद से प्रमाण पत्रों की प्रतियां लोकमित्र केंद्रों पर भी उपलब्ध हो सकेंगी। राजस्व विभाग में इस हाईटेक व्यवस्था को शुरू कर दिया गया है। जबकि ऊना में भी ई-सर्टिफिकेट की सुविधा शुरू हो चुकी है।
इससे पूर्व तहसील कार्यालयों से जारी होने वाले तमाम प्रमाण पत्रों का डाटा जिला मुख्यालय के सर्वर में ही दर्ज होता था। जिसे बाद में शिमला स्थित विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजा जाता था। अब तहसील कार्यालयों में बनने वाले बोनाफाइड प्रमाण पत्र सहित इनकम, ओबीसी, एससी, चरित्र एवं डोगरा, कृषक, भार मुक्त, जायज वारिस प्रमाण पत्रों का पूरा रिकार्ड सर्टिफिकेट बनने के साथ ही शिमला के सर्वर में भी लोड किया जाएगा, जो वहां पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। इससे हर प्रमाण पत्र की मान्यता अवधि तक उसे किसी भी लोकमित्र केंद्र से प्रार्थी के ब्योरे के आधार पर भी निकाला जा सकेगा। उधर, तहसीलदार ऊना सुरेश शर्मा ने बताया कि सरकार और विभाग की ओर से जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। जिससे सर्टिफिकेट लेने के लिए लोगों को बार-बार तहसील कार्यालयों के चक्कर काटने से निजात मिलेगी। आवेदन करने के बाद वह उक्त प्रमाण पत्रों को अपने क्षेत्रों के नजदीकी लोकमित्र केंद्रों से भी हासिल कर सकेंगे।

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