प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी से कांग्रेस – भाजपा में मचा बबाल, चिंदबरम ने कही ये बात

प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी से कांग्रेस – भाजपा में मचा बबाल, चिंदबरम ने कही ये बात

ओडिशा में हुआ रेल हादसा देश में हुए सबसे बड़े रेल हादसों में से एक है। यही वजह है कि इस हादसे को लेकर राजनीति भी जारी है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पांच जून को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कई सवाल उठाए थे। वहीं, भाजपा सांसदों ने शुक्रवार को पलटवार करते हुए खरगे को पत्र लिख डाला। उन्होंने तर्क दिया कि खरगे का पत्र बयानबाजी ज्यादा और कम तथ्यों पर आधारित है। इस बीच, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने खरगे के पत्र को कमजोर करने के लिए इन भाजपा सांसदों की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि खरगे के पत्र को कमजोर करने के लिए भाजपा सांसदों ने कुछ भी तर्क दिया है। यह भगवा पार्टी की पूर्ण असहिष्णुता का एक और उदाहरण है।

इन BJP सांसदों ने लिखा था पत्र

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा और तेजस्वी सूर्य सहित कर्नाटक के चार भाजपा सांसदों ने शुक्रवार को बालासोर ट्रेन दुर्घटना के सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को एक पत्र लिखा था। भाजपा सांसदों ने तर्क दिया कि खरगे का पत्र बयानबाजी ज्यादा और कम तथ्यों पर आधारित है।

पत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आपके द्वारा लिखे गए पत्र के जवाब में हमें यह कहना है कि आपके पत्र में राजनीतिक बयानबाजी ज्यादा है, आपने जो सवाल उठाए हैं उसमें तथ्यों की कमी है। एक पूर्व रेल मंत्री होने के नाते आपसे गहराई और समझ को दिखाने की आशा की जाती है, फिर भी हमारे साथ आपका हाल ही में किया गया पत्र-व्यवहार तथ्यपरक सुझाव नहीं देते हैं। इसलिए, हम आपके लिए वास्तविकता के साथ आपके अनुमानों के तथ्यात्मक जवाब दे रहे हैं। बता दें, पत्र लिखने वाले भाजपा सांसदों में तेजस्वी सूर्या, पीसी मोहन, एस मुनिस्वामी और सदानंद गौड़ा शामिल हैं।

चिंदबरम का आरोप

चिंदबरम ने चारों भाजपा सांसदों पर निशाना साधा। उन्होंने ओडिशा रेल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गए एआईसीसी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे के पत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसदों का पत्र तथ्यों पर सतही और तर्कों पर खोखला है। भाजपा सांसदों की प्रतिक्रिया ‘किसी भी आलोचना के लिए भाजपा की पूर्ण असहिष्णुता’ का एक और उदाहरण है।

चिदंबरम ने कहा कि  खरगे राज्यसभा में विपक्ष के नेता होने के नाते प्रधानमंत्री को पत्र लिख सकते हैं। लोकतंत्र में लोग अपनी बात पीएम मोदी के सामने रख सकते हैं और उनसे उनके जवाब की उम्मीद करते हैं। लेकिन हमारा लोकतंत्र ऐसा है कि पीएम इसे जवाब देने लायक नहीं समझते। उनकी बजाय, भाजपा के चार सांसद खुद जवाब देने की जिम्मेदारी लेते हैं, जो तथ्यों पर सतही और तर्कों पर खोखला है।

चिंदबरम ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में सौंपी गई दो कैग रिपोर्ट खरगे के तर्क को पूरी तरह सही साबित करती है। उन्होंने कहा कि

कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र में दावा किया था कि 9 फरवरी 2023 को मैसूर में हुए हादसे के बाद साउथ वेस्ट जोनल रेलवे के संचालन अधिकारी ने रेलवे के सिग्नल सिस्टम को दुरुस्त करने की जरूरत बताई थी, लेकिन उस चेतावनी को रेल मंत्रालय ने दरकिनार कर दिया। इसी को लेकर चिंदबरम ने कहा कि मुझे कोई शक नहीं है कि ये पत्र भी धूल खा रहा होगा। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा सांसद हमें बताएंगे कि इस चेतावनी पर क्या कार्रवाई की गई थी?

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