पॉलीथिन प्रतिबंध धड़ाम, नहीं लग सकी रोक

कर्णप्रयाग। नगर में पॉलीथिन पर लगाया प्रतिबंध अब कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। स्थिति यह है कि 40 माइक्रोन से कम की प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। बाजारों में कचरे के साथ पॉलीथिन उठाई जा रही है। मोहल्लों और नदी किनारे पॉलीथिन डंप की जा रही है जिससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। पिंडर और अलकनंदा नदी को पॉलीथिन का डंपयार्ड बनाया जा रहा है।
नगर पंचायत ने मार्च 2013 में कूड़ा निस्तारण संयत्र लगाया, जिसमें 4 लोगों को नगर में पॉलीथिन एकत्र करने का काम सौंपा। लेकिन स्थिति यह है कि तीन माह में 80 कुंतल पॉलीथिन ही जमा हुई है, जबकि नदियों और मोहल्लों की पॉलीथिन को एकत्र ही नहीं किया जा रहा है। सफाई निरीक्षक विनोद बरमोला के अनुसार कूड़े को बेचने की तैयारी की जा रही है।

कचरा प्रबंधन और पॉलीथिन पर प्रतिबंध के लिए उपनियमावली बनाई गई, लेकिन वह अभी तक प्रभावी नहीं हो पाई है। 40 माइक्रोन से नीचे की पॉलीथिन प्रतिबंधित है। व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर पॉलीथिन पर रोक लगाने के प्रयास होंगे। बैठक कर सामंजस्य बनाया जाएगा – बदरी प्रसाद भट्ट अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत कर्णप्रयाग।

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