पुलिस पहरे में हुई ग्रामसभा की बैठकें

मैड़ी (ऊना)। जिलाभर में रविवार को बुलाई गई ग्राम सभाओं की बैठकें कई स्थानों पर पुलिस बल की मौजूदगी में हुई। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से पहले ही पुलिस कर्मियों को तैनात करने का निर्णय लिया था। दूसरी ओर पंचायतों में बीपीएल परिवारों के चयन तथा अन्य गतिविधियों के प्रति कई जगह लोगों में उत्साह दिखा तो कहीं लोगों ने बैठक में आना भी मुनासिब नहीं समझा। जिस कारण कई पंचायतों का कोरम भी अधूरा ही रह गया। जबकि कुछ पंचायतों में पंचायत प्रतिनिधियों ने किसी प्रकार की अशांति की आशंका को लेकर पुलिस की सहायता लेने से भी गुरेज नहीं किया। हालांकि, कुछेक स्थानों पर लोगाें में गहमागहमी भी हुई है।
विकास खंड अंब के तहत मैड़ी पंचायत में रविवार को आयोजित ग्रामसभा की बैठक में कोरम पूरा हो गया। पंचायत प्रधान स्वर्ण कौर, ग्राम पंचायत रपोह मिसरां की प्रधान ऊषा कालिया, त्याई के प्रधान राजेंद्र सिंह, जुबेहड़ के प्रधान पवन कुमार ने पंचायत में कोरम पूरा होने की पुष्टि की। जबकि साथ लगती पंचायत ज्वार में लोगों की उदासीनता के चलते कोरम अधूरा रह गया। नैहरियां पंचायत में भी कोरम पूरा न हो पाने के कारण आगामी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा सकी। नैहरियां में तैनात पर्यवेक्षक जर्नल सिंह तथा ग्राम पंचायत प्रधान गुरदयाल सिंह ने बताया कि कोरम पूरा करने के लिए 260 लोगों की जरूरत थी, लेकिन बैठक में महज 167 ही पहुंचे। जिस कारण 24 अप्रैल को आगामी बैठक का आयोजन किया जाएगा। जबकि पंजोआ लडोली, भैरा और रपोह मिसरां में किसी प्रकार की अशांति से निपटने के लिए पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। अंब के डीएसपी मदनलाल ने उक्त पंचायतों में प्रतिनिधियों की मांग पर पुलिस कर्मचारी तैनात किए जाने की पुष्टि की है।
लोगों ने नहीं दिखाई बैठकों में रुचि
अधिकतर ने किया किनारा
बंगाणा की कुछ पंचायतों में ही कोरम पूरे

बंगाणा (ऊना)। विकास खंड बंगाणा के अंतर्गत 55 पंचायतों में बीपीएल कार्ड धारकों की धांधली रोकने के लिए नाम काटने और नए सिरे से दर्ज करने के लिए रविवार को ग्रामसभाओं का आयोजन किया गया। हैरत की बात है कि इन पंचायतों में से आधी का भी कोरम पूरा न हो सका। जिसका मुख्य कारण ग्रामीणों की ओर से इन बैठकों को दरकिनार करना माना जा रहा है। तनोह के प्रधान गुरदेव सूरज, लठियाणी के महेंद्र सिंह, बुधान से शिवनाथ, धुंदला से निर्मल कौशल, प्रोईयां कलां से पुष्पा देवी ने बताया कि किसी भी पंचायत के प्रधान एवं सचिव अपनी मर्जी से न तो बीपीएल सूची से किसी का नाम काट सकते हैं और न ही किसी का नाम डाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम सभा में जनता की ओर से जिसके नाम को काटने या फिर डालने का आग्रह पंचायत से किया जाएगा, उसको ही पंचायत बीपीएल की सुविधा मुहैया करवाएगी। हर ग्राम सभा में जितनी ज्यादा संख्या में जनता अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगी, उतना ही फायदा जनता पंचायतों से ले सकती है। ढियूंगली, बुधान, लठियाणी, तनोह, डोहगी, चमियाड़ी, मुच्छाली सहित कुछ अन्य पंचायतों में ही कोरम पूरा हो सका।

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