पिथौरागढ़। पेयजल समस्या पर जिलाधिकारी डा. नीरज खैरवाल द्वारा ली गई बैठक में पंपिंग पेयजल योजनाओं के पांच पंप खराब होने का मामला सामने आया है। जिलाधिकारी ने पंचों पंपों को तुरंत ठीक करने के साथ ही शतप्रतिशत लीकेज रोकने के निर्देश दिए हैं।
जल संस्थान के अधिशासी अभियंता वीके मिश्रा ने जिलाधिकारी को बताया कि घाट पंपिंग स्टेशन में दो पंप काम कर रहे हैं। दो स्टेंडबाई में रखे गए हैं। दो पंप खराब हैं। मटेला के चार पंपों में से दो खराब हैं। हनुमान मंदिर के चार पंपों में से एक खराब है। बताया कि 80 प्रतिशत लीकेज ठीक कर दिया है। पुरानी लाइन होने से कई स्थानों पर और लीकेज हो रहा है। जिलाधिकारी ने पेयजल किल्लत दूर करने के लिए खराब पंपों को तत्काल ठीक करवाने के साथ ही शतप्रतिशत लीकेज रोकने, छेड़ा और ह्यूंपानी में खराब पंपों को दो दिन के भीतर ठीक कर उन्हें सूचित करने के आदेश ईई को दिए।
डीएम ने शहर में अवैध पेयजल संयोजन होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लाइनमैनों पर शिकंजा कसने और अवैध संयोजन देेते पकड़े जाने पर कठोर कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए। डीएम ने शहर में चलने वाले हाटमिक्स के काम के चलते सड़क में पड़ी पेयजल लाइनों को अंडरग्राउंड करने के आदेश दिए। सीवर लाइन की सर्वे रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करने के को कहा। पेयजल निगम ने अवगत कराया कि आंवलाघाट की 6 एमएलडी की पेयजल योजना का प्रथम चरण का आगणन शासन से स्वीकृत हो गया है। डीएम ने बिजली विभाग के ईई के बैठक में मौजूद न रहने पर नाराजगी प्रकट करते हुए बिजली कटौती, फाल्ट और ठीक किए जाने की सूचना कंट्रोल रूम में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। एसडीएम सदर को हाटमिक्स में आने वाली समस्याओं को चिन्हित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए।