पर्यटन मानचित्र में शामिल हो बागनाथ मंदिर

बागेश्वर। बागनाथ मंदिर समिति की आम बैठक में मंदिर के पर्यटन महत्व को लेकर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि यह मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है। किंतु आज तक सरकार और पर्यटन विभाग ने इसे पर्यटन मानचित्र में शामिल करने की कोई पहल नहीं की है।
बैठक में बागनाथ मंदिर की नियमित गतिविधियों और कार्यक्रमाें को लेकर चर्चा की र्गई। वक्ताओं ने कहा कि यह मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। देवभूमि के धर्मस्थलों में इसका विशेष स्थान है। यहां दूरदराज के लोग दर्शनों के लिए आते हैं। ग्लेशियर और कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर आने वाले लोग यहां भगवान बागनाथ के दर्शनों के लिए आते हैं। यहां उत्तरायणी सहित साल भर होने वाले कार्यक्रमों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। बागनाथ मंदिर के साथ बागेश्वर के पर्यटन विकास का सपना जुड़ा है। वक्ताओं ने कहा कि बागनाथ मंदिर को पर्यटन मानचित्र में आज तक शामिल नहीं किया गया है। गत दिनों पर्यटन मंत्री अमृता रावत ने इस आशय का आश्वासन दिया। बैठक में मंदिर समिति के संरक्षक रतन सिंह रावल, अध्यक्ष पूरन सिंह रावल, कोषाध्यक्ष नंदन सिंह रावल, प्रवक्ता चंद्रशेखर जोशी, पंकज पांडेय, राजा साह, बाला दत्त तिवारी, रणजीत सिंह बोरा, इंद्र सिंह परिहार, सुनील भंडारी, राजेंद्र टंगड़िया, ललित फर्स्वाण, खीमानंद पंत, सुनील सोनी, दीवान दास आदि उपस्थित थे।

Related posts