पर्यटन के क्षेत्र में किए काम नाकाफी

रानीखेत। राज्यपाल डा. अजीज कुरैशी ने कहा है कि उत्तराखंड में पर्यटन और धार्मिक पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन अभी तक सरकारों द्वारा इस क्षेत्र में जो भी कार्य किए गए हैं, वह नाकाफी हैं। लोगों को भी इस क्षेत्र में जागरूकता का परिचय देना चाहिए। राज्य के चारों धामों को भी सुविधा संपन्न बनाने के प्रयास होने चाहिए। रिवर रॉफ्टिंग, एडवेंचर स्पोर्ट्स, पैराड्रॉपिंग की संभावनाओं पर भी कार्य करने की जरूरत है।
राज्यपाल डा. अजीज कुरेशी निजी कार्यक्रम में अपराह्न लगभग ढाई बजे वन विश्राम गृह पहुंचे। जैसे ही महामहिम का काफिला रेस्ट हाउस परिसर में पहुंचा, तो जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता, एसपी सुनील कुमार मीणा, रानीखेत के संयुक्त मजिस्ट्रेट डा. इकबाल अहमद, द्वाराहाट के एसडीएम पंकज उपाध्याय के नेतृत्व में तमाम अधिकारी और कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया। पुलिस की आर्म्ड फोर्स ने राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद महामहिम पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि देव भूमि में सरकारों को पर्यटन के क्षेत्र में राज्य का समग्र विकास करना होगा। जनता का भी दायित्व है कि इस क्षेत्र में सरकार तक सुझाव रखे। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ, केदार नाथ सहित चारों धाम उत्तराखंड में हैं। इन मंदिरोें के आसपास धीरे-धीरे आबादी का विस्तार हो रहा है, लेकिन सुविधाएं नहीं बढ़ रही। उन्होंने कहा कि पिंडारी ग्लेशियर के विकास की भी योजनाएं बनेंगी। पर्वतीय क्षेत्रों में रज्जू मार्ग विकसित होने चाहिए।

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