
ऊना। अपने वतन बांग्लादेश को छोड़ भारत में शादी करने वाली महिला को मुसीबतों ने घेर लिया है। गर्भ में नन्ही सी जान पल रही है। पति हत्या के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। ससुराल पक्ष उसे घर ले जाने को तैयार नहीं है। हालात ऐसे हैं कि इन दिनों वह मैहतपुर में किसी के घर पनाह लेकर रह रही है। पुलिस के कहने पर इंसानियत के नाते सिर्फ एक माह के लिए महिला को पनाह देने वालों ने भी अपना फर्ज दो माह तक बखूबी निभा दिया है। अब वे ऐसी स्थिति में नहीं हैं कि महिला को और आश्रय दे सकें। पनाह देने वाला परिवार मामले को लेकर पुलिस की दहलीज पर पहुंच गया है।
यह कहानी है 14 फरवरी 2013 को मैहतपुर में उद्योगपति विनोद जैन निवासी फिल्लौर फगवाड़ा (पंजाब) को गोली मारकर मौत के घाट उतारने के आरोपी पार्टनर प्रदीप कुमार की पत्नी की। जिस पर पति की इस करतूत के बाद दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हालांकि, इस वारदात से प्रदीप की पत्नी का कोई लेना-देना नहीं है। पति के जेल जाने के बाद वह बेगानों के यहां पनाह लेकर रह रही है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खुद आरोपी ने भी गिरफ्तारी के समय अपने परिजनों से अपनी गर्भवती पत्नी का ख्याल रखने की गुजारिश की थी। लेकिन, दो माह बीत जाने के बाद भी ससुराल पक्ष से कोई नहीं आया है। जबकि, उसक ामायक ा बांग्लादेश में है, जहां से उसे कोई मदद मिलने की संभावना नहीं है। वहीं, उसे पनाह देने वालों ने भी महिला को स्थाई संरक्षण देने के लिए पुलिस के समक्ष गुहार लगाई है। एएसपी राकेश सिंह ने कहा कि मामले पर जल्द गौर किया जाएगा। उक्त महिला को नारी निकेतन या किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। इस मामले में उसके ससुराल पक्ष को भी जल्द तलब कर मामले के बारे में जवाब मांगा जाएगा।