

अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज स्थित इंफ्लुएंजा लैब के टेस्ट में यह व्यक्ति कोरोना वायरस से मुक्त पाया गया है। पिछले 21 दिनों से अमृतसर के श्री गुरुनानक देव अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में उपचाराधीन था। इस शख्स का पहला टेस्ट दिल्ली एम्स से करवाया गया था और इसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में हुए टेस्ट में भी पॉजिटिव पाया गया था। हालांकि बेटे और पत्नी के सैंपल निगेटिव आए थे।
आइसोलेशन वॉर्ड में इस शख्स पर डॉक्टरों की टीम लगातार नजर रख रही थी। दवाओं का असर और डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई। बीते बुधवार को मरीज का सैंपल इंफ्लुएंजा लैब भेजा गया था। इस दौरान उसकी प्राथमिक एवं कन्फर्मेशन रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद गुरुवार को भी उसका थ्रोड स्वैब लेकर इंफ्लुएंजा लैब लाया गया।
दो चरणों में हुए टेस्ट के पहले चरण में ई-जीन की जांच की गई और दूसरे चरण में ओआरएफबी टेस्ट हुआ। दोनों टेस्टों की रिपोर्ट निगेटिव आई। यह डॉक्टरों के लिए अविस्मरणीय पल था।
डॉक्टरों की अनुमति के बाद घर भेजा जाएगा व्यक्ति
संक्रमण मुक्त होने के बाद इस शख्स को फिलहाल तो अस्पताल में ही रखा गया है। हालांकि डॉक्टर जल्द ही इसे घर भेज सकते हैं। घर जाने के बाद इस शख्स को एकांतवास (क्वारंटाइन) में ही रहना होगा, क्योंकि यदि कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति इसे संपर्क में आया तो वह बहुत जल्दी इसकी चपेट में आ सकता है।
नवांशहर से आए 110 सैंपल
नवांशहर में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद दहशत बरकरार है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उसके संपर्क में आए लोगों के टेस्ट करवाए जा रहे हैं। गुरुवार को नवांशहर से 110 सैंपल मेडिकल कॉलेज स्थित इंफ्लुएंजा लैब भेजे गए। प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा के अनुसार इंफ्लुएंजा लैब में अब तक 74 लोगों के सैंपलों की जांच की गई है। इनमें चार कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 26 सैंपलों की जांच जारी है। वहीं आइसोलेशन वॉर्ड में अब तक 36 लोगों को लाया गया।