
मुंबई: बंगाली फिल्मों के मशूहर निर्देशक ऋतुपर्णो घोष का आज निधन हो गया है। खबर मिली है कि 49 साल की आयु में ऋतुपर्णो घोष को दिल का दौरा पडऩे से निधन हुआ है। खबर के अनुसार उनका सुबह 7.30 बजे निधन हुआ है। ऋतुपर्णो ने अतिंम सांस कोलकाता में ली। ऋतुपर्णो की मौत से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर फैल गई है।
जानकारी मिली है कि सेक्स चेंज ऑपरेशन के बाद उनकी तबीयत खराब रहने लगी थी। परिजनों के अनुसार नींद में ही उनकी मौत हो गई थी। ऋतुपर्णो का जन्म कोलकाता में हुआ था। वह कोलकाता में ही पले-बढ़े और उन्होंने साउथ प्वाइंट हाई स्कूल से पढ़ाई की।
ऋतुपर्णों घोष को उनका प्रोफैशन विरासत में मिला क्योंकि उनके पिता खुद भी डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर थे। उनकी मां भी फिल्मों से जुड़ी हुई थीं। घोष ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापन फिल्मों से की थी। अपने 19 साल के फिल्मी करियर में उन्होंने 19 फिल्मों का निर्देशन, 3 फिल्मों में अभिनय किया। उन्हें 12 राष्ट्रीय पुरस्कारों सहित कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया।
घोष की पहली फिल्म ‘हिरेर आंग्ती’ थी, जो उन्होंने बच्चों के लिए बनाई थी। उनकी ‘दाहन उस्ताब’, ‘चोखेर बाली’, ‘दोसोर’, ‘रेनकोट’, ‘द लास्ट लीयर’, ‘शोब चरित्रो’, ‘काल्पोनिक’ और ‘अबोहोमन’ को राष्ट्रीय पुरस्कार और आलोचकों की सराहना मिली।
डायरेक्टर ऋतुपर्णो ने अभिनेत्री ऐश्वर्या राय और अभिनेता अजय देवगन के साथ फिल्म रेनकोट में किया था काम। उन्हें काम के लिए कई अवार्ड से नावाजा गया। दूसरी फिल्म चोखेर बाली के लिए ऐश्वर्या को बेस्ट अभिनेत्री का अवॉर्ड भी मिला था।
आपको बता दें कि ऋतुपर्णो पहले ऐसे डायरेक्टर थे जिनकी फि़ल्म के लिए ऐश्वर्या ने अपनी सारी हदें पार कीं। फि़ल्म चोखेर बाली में ऐश के न सिर्फ टॉपलेस सीन्स थे, बल्कि लव-मेकिंग सीन्स भी थे।