निजी प्रेक्टिस करने वाले डाक्टरों की खैर नहीं

अमृतसर। संसदीय सचिव डा. नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि अब अमृतसर में भी वह उन डाक्टरों के खिलाफ अभियान चलाएेंगी जो सरकार से नान प्रैक्टिसिंग अलाउंस लेने के बावजूद निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं। डा. सिद्धू स्थानीय वीएलसीसी सेंटर में आयोजित मोटापा दिवस पर मोटापे के खिलाफ लोगों को जागृत करके लिए चलाए जा रहे अभियान की शुरुआत के दौरान मीडिया से बातचीत कर रही थीं।
डा. सिद्धू ने कहा कि उनकी ओर से पंजाब में अभी दो ही स्टिंग आपरेशन किए गए हैं जिससे पंजाब के डाक्टरों और मंत्रीमंडल में हड़कंप मच गया है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने उन्हें चुन कर विधानसभा में भेजा है, वह उन लोगों की प्रतिनिधि हैं। अगर वे खुद को वोट देने वाले मतदाताओं की आवाज नहीं बनती तो उनके विधायक चुने जाने के क्या अर्थ हैं। आम लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए जाते हैं लेकिन वहां उनको न तो डाक्टर मिलते हैं और न ही दवाएं मिलती हैं। वहीं निजी अस्पतालों पर प्रैक्टिस करके सरकारी डाक्टर सरकार और आम जनता दोनों को चूना लगा रहे हैं। यह किसी भी कीमत पर सहन नहीं होगा।
डा. सिद्धू ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया करवाया जा रहा है। एक दिसंबर से सारे सरकारी अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध करवा दी जाएंगी। आम जनता को वह खुद जागृत करेंगी कि जो स्टिंग आपरेशन उन्होंने किया है, वह आम लोग भी करें और डाक्टरों को मौके पर पकड़ कर अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाएं। लोगों को खुद अपने अधिकारों के लिए जागृत होना पड़ेगा तभी डाक्टर अपनी ड्यूटी सही ढंग और जिम्मेदारी से निभा पाएंगे। लोग अगर खुद भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ मैदान में आ जाएं तो सरकारी कर्मचारी और अधिकारी मनमर्जियां कर ही नहीं सकते। इस अवसर पर वीएलसीसी की मोनिका कश्यप ने मोटापे के खिलाफ शुरू अभियान पर अपने विचार पेश किए।

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